मांजरेकर ने भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर उठाए सवाल, बोले- अब वो बात नहीं, जो 18 महीने पहले थी
एजबेस्टन में खेले गए रिशेड्यूल पांचवें टेस्ट मैच में टीम इंडिया को इंग्लैंड के खिलाफ 7 विकेट से मिली हार का सामना करना पड़ा।
नई दिल्ली, 6 जुलाई: एजबेस्टन में खेले गए रिशेड्यूल पांचवें टेस्ट मैच में टीम इंडिया को इंग्लैंड के खिलाफ 7 विकेट से मिली हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ न सिर्फ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज बराबरी पर समाप्त हुई, बल्कि 2007 के बाद टीम इंडिया का इंग्लैंड की सरजमीं पर टेस्ट सीरीज जीतने का सपना भी अधूरा ही रह गया। भारत की इस हार के बाद टीम के फैंस और कई भारतीय दिग्गज काफी निराश है। कई पूर्व खिलाड़ियों ने तो हार का पोस्टमार्टम तक शुरू कर दिया है। पूर्व भारतीय खिलाड़ी और जाने माने कमंटेटर संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
दो खिलाड़ियों के प्रदर्शन से खफा है मांजरेकर
संजय मांजरेकर हमेशा अपना विवादित बयानों के चलते सुर्खियों में बने रहते हैं। एजबेस्टन टेस्ट में मिली हार के बाद उन्होंने दो भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर सवालियां निशान खड़े किए हैं। संजय का ऐसा कहना है कि इंग्लैंड के खिलाफ युवा तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) और शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) का प्रदर्शन वैसा देखने को नहीं मिला जैसे लगभग 18 महीने था।
अब पहले जैसी बात नहीं
एजबेस्टन टेस्ट के बाद ब्रॉडकास्टर सोनी नेटवर्क के शो पर उन्होंने कहा, ''मोहम्मद सिराज की गेंदबाजी में पहले जैसी सीम नजर नहीं आई।'' पांचवें टेस्ट मैच की पहली पारी में सिराज बढ़िया लय में नजर आए थे और उन्होंने सबसे ज्यादा 4 विकेट भी लिए थे, लेकिन दूसरी पारी में उनकी जमकर पिटाई हुई। 15 ओवरों में उन्होंने 6.50 की इकोनॉमी से 98 रन खर्च कर दिए।
शार्दुल को लेकर संजय ने कहा, "मुझे लगता है कि शार्दुल ठाकुर वो गेंदबाज नहीं हैं जो हमने टेस्ट क्रिकेट में लगभग 18 महीने पहले देखे थे।" ठाकुर ने दूसरी पारी में लगभग 6 की इकोनॉमी से 11 ओवर में 65 रन खर्च किए थे। पहली पारी में वह केवल 7 ओवर में 48 रन दे बैठे और उन्हें सिर्फ एक विकेट मिला था।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मचाया था धमाल
मोहम्मद सिराज को 2020-21 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट डेब्यू करने का मौका मिला था और उन्होंने शानदार प्रदर्शन कर भारत की ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज में बड़ी भूमिका निभाई थी। सिराज ने उन्होंने 3 मैचों में 29.54 की औसत से 13 विकेट चटकाए थे। इसके बाद इंग्लैंड दौरे पर भी शुरुआती 4 मैचों में सिराज के खाते में 14 विकेट आए थे। लेकिन एजबेस्टन टेस्ट की दूसरी पारी में उनका प्रदर्शन वाकई में निराशाजनक रहा। इस मैच से पहले वह आईपीएल के 15वें सीजन में खेले थे और 15 मैचों कुल 9 विकेट ही ले सके थे।
नहीं चला लॉर्ड का जादू
शार्दुल ठाकुर ने भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गाबा में खेले गए आखिरी मुकाबले में 7 विकेट अपने नाम किए थे और बल्ले से भी पहली पारी में 67 रन का योगदान दिया था। 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ भी ठाकुर ने दो मैचों में 7 शिकार किए थे। ओवल में खेले गए चौथे मैच की दोनों पारियों में उनके बल्ले से 50+ स्कोर भी देखने को मिला था, लेकिन इस बार न तो उनका बल्ला बोला और न ही गेंद से चले। पूरे मैच में 1 विकेट लेने के अलावा वह दोनों पारियों में कुल मिलाकर 5 रन ही बना सके।