जोस बटलर की एक गलती पड़ी इंग्लैंड को भारी, उसी गलती से पंत का शतक बना और भारत सीरीज भी जीता
मैनचेस्टर, जुलाई 17। इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे वनडे में भारत ने 5 विकेट से जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया है। भारत ने 8 साल के बाद इंग्लैंड को उसी के घर में हराकर वनडे सीरीज फतह की है। इस ऐतिहासिक जीत में विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने एक ऐतिहासिक पारी भी खेली है। दरअसल, पंत ने अपने वनडे करियर का पहला शतक जड़ा है। उन्होंने नाबाद 125 रनों की पारी खेली है। पंत ने हार्दिक पांड्या के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 133 रनों की साझेदारी की।
बटलर की एक गलती से पंत ने खेली ऐतिहासिक पारी
आपको बता दें कि भारत को मैच जिताने और सीरीज जिताने में जितना अहम योगदान ऋषभ पंत का रहा, उतना ही अहम योगदान इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर का भी था। दरअसल, जोस बटलर की एक गलती की वजह से ही ऋषभ पंत अपना शतक पूरा कर पाए और भारत ने मैच के साथ-साथ सीरीज को भी अपने नाम किया। आइए आपको बताते हैं कि आखिर बटलर की वो गलती क्या थी जिसकी वजह से भारत मैच भी जीता और सीरीज भी।
क्या थी बटलर की वो गलती?
दरअसल, जोस बटलर ने ऋषभ पंत को एक जीवनदान दे दिया था, जिसके बाद तो पंत ने बिना रूके ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए ना सिर्फ शतक पूरा किया बल्कि टीम इंडिया को ऐतिहासिक जीत भी दिलाई। ऋषभ पंत जब 18 के निजी स्कोर पर बल्लेबाजी कर रहे थे तो उस वक्त जोस बटलर ने पंत का एक स्टंप आउट मिस कर दिया था। यह वाकया 16वें ओवर का है, जब मोइन अली गेंदबाजी करने आए थे। इस ओवर की तीसरी गेंद पर मोईन अली की गेंद पर ऋषभ पंत ने आगे बढ़कर शॉट खेलना चाहा, लेकिन बॉल की लाइन को वो मिस कर गए। पंत के साथ-साथ बटलर और स्लिप में खड़े जो रूट से भी वो गेंद मिस हो गई। इस तरह पंत को वो जीवनदान मिला।
बटलर ने मैच के बाद स्वीकार की अपनी गलती
जोस बटलर ने अपनी इस गलती को मैच के बाद प्रेजेंटेशन के दौरान स्वीकार भी किया और कहा कि अगर हम कुछ मौकों को पकड़ लेते तो मैच का रूख पलट सकते थे। बटलर ने यहां पंत की स्टंपिंग मिस और पांड्या पर दबाव नहीं बन पाने की गलती को स्वीकारा। बटलर ने कहा कि इन मौकों के गंवाने का अर्थ यह नहीं कि मैंने कप्तानी में अपनी पूर्ण सहयोग नहीं दिया, हम आदिल रशिद का टीम में वापस आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि वो हमारी टीम के एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं।
हार्दिक ने गेंद के बाद बल्ले से भी दिया अहम योगदान
भारत की इस ऐतिहासिक जीत में ऋषभ पंत के अलावा हार्दिक पांड्या का भी अहम योगदान रहा। पांड्या ने पहले तो गेंद से कमाल किया और फिर बल्ले से भी 71 रनों की पारी खेली। हार्दिक पांड्या ने गेंदबाजी के दौरान अपने वनडे करियर का बेस्ट प्रदर्शन करते हुए 7 ओवर में 24 रन देकर 4 विकेट अपने नाम किए। इसके बाद बल्लेबाजी में पांड्या उस वक्त क्रीज पर आए, जब भारत मुसीबत में था। उन्होंने पंत के साथ मिलकर 133 रनों की साझेदारी की। हार्दिक ने 55 गेंदों में 10 चौकों की मदद से 71 रन बनाए।
ODI में पंत का पहला शतक, हार्दिक के साथ मिलकर दिखाया प्रलंयकारी रूप, 2-1 से सीरीज जीता भारत