IND vs SA : ये रहे वो 3 कारण, जिसके चलते पहला ODI मैच हार गया भारत
स्पोर्ट्स डेस्क (नोएडा) : भारतीय क्रिकेट टीम को साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज के पहले मैच में बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा। साउथ अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामने 4 विकेट खोकर 297 रनों का लक्ष्य रखा था। लेकिन जवाब में भारतीय टीम 8 विकेट खोकर 265 रन बनाकर 31 रनों से मैच हार गई। साउथ अफ्रीका ने अब 1-0 की बढ़त बना ली है। वहीं भारतीय टीम से मैच में कुछ गलतियां हुईं, जिसके चलते टीम को हार का सामना करना पड़ा। आइए जानें भारत की हार के 3 कारण-
1. वेंकटेश से गेंदबाजी ना करना
कप्तानी कर रहे केएल राहुल ने वेंकटेश अय्यर से गेंदबाजी ना करवाकर गलती की। जब भारतीय गेंदबाज बेबस नजर आ रहे थे तो उन्हें चाहिए था कि डेब्यू कर रहे वेंकटेश को आजमाया जाए। अगर वो ब्रेक थ्रू दिला देते तो हो सकता था कि साउथ अफ्रीका 250 के पार भी नहीं जाता। क्योंकि साउथ अफ्रीका के 3 विकेट 68 पर गिर गए थे। 20 ओवर तक साउथ अफ्रीका का स्कोर 80 था। बीच के ओवरों में युजवेंद्र चहल, रविचंद्रन अश्विन, शार्दुल ठाकुर जैसे गेंदबाज ना ही विकेट ले सके, ना ही रनों पर अंकुश लगाते दिखे। जब तेंबा बवुमा व रस्सी वैन डर डुसेन लय में थे तो राहुल को वेंकटेश को गेंद थमानी चाहिए थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। लिहाजा भुवनेश्व (1विकेट), अश्विन (1विकेट) के अलावा कोई अन्य गेंदबाज विकेट नहीं ले सका।
2. मिडिल ऑर्डर पस्त
भारत की हार का जो सबसे बड़ा कारण साबित हुआ है वो मिडिल ऑर्डर का पूरी तरह से पस्तो हो जाना। भारतीय टीम के बल्लेबाजों में उतना दम था कि वह लक्ष्य को हासिल कर सकते थे, लेकिन जैसे ही तीसरे नंबर पर उतरे विराट कोहली (51) आउट हुए, उसके बाद विकटों की झड़ी लग गई। चाैथे नंबर पर आए विकेटकीपर रिषभ पंत 16 रन बनाकर चलते बने। श्रेयस अय्यर के पास माैका था कि वो अहम पारी खेल अपनी दावेदारी आगे के लिए पक्की करें, लेकिन वह भी 17 रन बनाकर आउट हो गए। डेब्यू कर रहे वेंकटेश अय्यर भी सिर्फ 2 रन ही बना सके। सिर्फ शार्दुल ठाकुर ही अफ्रीकी गेंदबाजों की क्लास ले सके, जिन्होंने टीम को सभी विकेट गंवाने से बचा लिया। शार्दुल ने 43 गेंदों में 5 चाैके व 1 छक्के की मदद से नाबाद 50 रन बना दिए। लेकिन मध्यक्रम के बल्लेबाजों का साथ ना मिलने से टीम जीत से दूर चली गई।
3. बवुमा-डुसेन के शतक पड़े भारी
इसके अलावा भारतीय टीम पर कप्तान तेंम्बा बवुमा व डुसेन का शतक भारी पड़ गया। तेंम्बा ने 143 गेंदों में 110 रन बनाए, जिसमें 8 चाैके शामिल रहे तो डुसेन ने 96 गेंदों में नाबाद 129 रन बनाए, जिसमें 9 चाैके व 4 छक्के शामिल रहे। इन दोनों बल्लेबाजों ने टीम को उस समय संभाला जब भारतीय गेंदबाज हावी हुए थे। भारत ने 68 रन पर 3 शिकार कर लिए थे, लेकिन इन दोनों ने चाैथे विकेट के लिए 204 रनों की साझेदारी कर टीम को संभाल लिया। अगर इन बल्लेबाजों पर भारतीय गेंदबाज लगाम कस लेते तो हो सकता था कि अफ्रीकी टीम कम स्कोर पर ही ढेर हो जाती।