
बांग्लादेश ने टीम विराट कोहली पर लगाया 'Fake Fielding' का आरोप, जानिए क्या कहते हैं ICC के नियम
Ind Vs Ban Virat Kohli Fake Fielding: भारत के खिलाफ रोमांचक मुकाबले में 5 रन से हारने के बाद बांग्लादेश ने भारत पर फेक फील्डिंग का आरोप लगाया है। बांग्लादेश के खिलाड़ी नूरुल हसन ने दावा किया कि मैच के दौरान विराट कोहली ने फेक फील्डिंग की थी और मैदान पर अंपायर उसे देख नहीं सके, अगर अंपायर उसे देखते हुए बांग्लादेश को पेनाल्टी के 5 रन मिल सकते थे जोकि टीम के लिए काफी अहम हो सकते थे।
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फेक फील्डिंग का आरोप
बता दें कि नूरुल हसन ने जिस फेक फील्डिंग का आरोप लगाया वह 7वें ओवर में हुआ, जब बांग्लादेश की टीम एडिलेड में भारत के 185 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी। इस वक्त लिटन दास विस्फोटक बल्लेबाजी कर रहे थे। अर्शदीप सिंह ने जब गेंद को थ्रो किया, उस वक्त विराट कोहली प्वाइंट पर खड़े थे, गेंद उनके पास से होकर गुजर रही थी और इसी दौरान कोहली ने फेक फील्डिंग करते हुए इस तरह से दिखाया कि वह गेंद को फेंक रहे हैं। हालांकि उस समय अंपायर की इसपर नजर नहीं पड़ी।

नूरुल ने उठाया मामला
अहम बात यह है कि इस घटना को उस समय बल्लेबाजी कर रहे दोनों ही बल्लेबाज देख नहीं सके। दोनों ही बल्लेबाज लिटन दास और नजमुल ने इसकी शिकायत ऑन फील्ड अंपायर मरे इरैस्मस और क्रिस ब्राउन से नहीं की। जिसकी वजह से टीम इंडिया के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। हालांकि मैच खत्म होने के बाद नूरुल ने इसका जिक्र मीडिया से किया। नूरुल ने कहा कि हम सबने देखा कि मैदान गीला था, जब इन चीजों की बात होती है तो फेक थ्रो की भी बात होगी। इसके चलते 5 रन पेनाल्टी के मिल सकते थे और मैच हमारे पक्ष में जा सकता था, लेकिन दुर्भाग्य से यह हो नहीं सका।

क्या है नियम
क्रिकेट के नियम 41.5 के अनुसार अगर कोई खिलाड़ी जानबूझकर बल्लेबाज के खेल में बाधा डालता है, ध्यान भटकाने की कोशिश करता है और अंपायर ऐसा करते हुए पाते हैं तो वह उस गेंद को डेड बॉल करार दे सकते हैं साथ ही बल्लेबाजी टीम को 5 रन दे सकते हैं। बहरहाल विराट कोहली ने जो किया वह निसंदेह फेक फील्डिंग थी लेकिन इससे बल्लेबाज कतई प्रभावित नहीं हुए, लिहाजा इसे बल्लेबाज की बाधा के तौर पर नहीं देखा जा सकता है।