रेस्क्यू टीम को 18 दिन बाद मिला एक और जवान का शव, ग्लेशियर में 2 अभी भी लापता
Shimla news, शिमला। चीन सीमा से सटे हिमाचल प्रदेश के जिला किन्नौर में नमज्ञा डोगरी नाले में ग्लेशियर खिसकने से बर्फ में दबे तीन जवानों में से एक और जवान का शव 18 दिन बाद निकाल लिया गया। जवान की पहचान नितिन राणा के रूप में हुई है। जो कांगड़ा जिला की जयसिंहपुर उपमंडल के रिट गांव का है। अभी भी दो जवान हिमखंड में दबे हुए हैं। इनकी तलाश जारी है। एसडीएम पूह शिव मोहन ने कहा कि दो अन्य जवानों को खोजने के लिए अभियान लगातार जारी है। उन्होंने बताया कि शहीद का पूह में आज पोस्टमॉर्टम होगा, उसके बाद पार्थिव देह को उसके परिजनों को सौंपा जायेगा।
शहीद नितिन राणा का जन्म 25 जनवरी 1992 को हुआ था। एक साधारण किसान सुभाष चंद राणा के घर जन्मे नितिन की प्रारंभिक शिक्षा प्राथमिक पाठशाला भगैतर में हुई। उसके बाद जमा दो तक शहीद मिलाप चंद राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लाहट में पढ़ाई की। उनके शहीद होने की खबर से पैतृक गांव में शोक की लहर है और परिजन बेसुध है।
बता दें कि शिपकिला बॉर्डर से लगते नामज्ञा डोगरी के पास 20 फरवरी को ग्लेशियर खिसकने से नियमित गश्त पर निकले जम्मू-कश्मीर राइफल्स के 16 सैनिकों में से छह बर्फ में दब गए थे। इस आपदा में भारत-तिब्बत सीमा बल के पांच जवान भी घायल हो गए थे। हादसे में दबे हवलदार राकेश कुमार (41) को बाहर निकाल लिया गया पर वह शहीद हो गए। उसके बाद से लगातार सर्च आपरेशन था। 2 मार्च को राजेश ऋषि निवासी जोंघो जगतपुर नालागढ़, सोलन का शव मिला था और आज नितिन राणा का शव बरामद हुआ है।
ये भी पढ़ें-रेस्क्यू टीम को 18 दिन बाद मिला एक और जवान का शव, ग्लेशियर में 2 अभी भी लापता