राजकोट में चाय-पान की दुकानें बंद होंगी, इस अफवाह के बाद लोगों की लंबी लाइनें लग गईं
राजकोट। कोरोनामहामारी के बढ़ते प्रभाव के मद्देनजर गुजरात के राजकोट में चाय-पान की दुकानों पर जिला प्रशासन ने सख्ती कर दी। उसके बाद आज सुबह ही कलेक्टर रेम्या चौहान ने कहा कि, कलेक्टर ने सुबह ही आदेश रद्द कर दिया है। लोगों को अपने हिसाब से सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि, नियमों का पालन करने से ही हम इस महामारी को हरा पाएंगे।
इससे पहले शहर के लोगों यह चर्चा हो रहीं थी कि, चाय-पान की दुकानें 8 दिन तक बंद कर दी गई हैं। जिसके चलते पान-गुटखों की दुकानों पर लोगों की लाइनें लग गईं। लोगों ने बजाए सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करने के, पान-गुटखों की खरीद को तरजीह दी। जिसको जहां दुकान खुली मिली, वो खटाक से पान-मसाले लेने पहुंच गया। बाद में पता चला कि, कलेक्टर ने सोशल डिस्टेंसिंग मैंटेन करने के लिए कहा था।
बता दें कि, पान-गुटखों की दुकानों को बंद कराने की खबर फैलते ही पान-गुटखों की दुकानों पर लोगों की लाइन लगी। वहीं, इससे पहले यहां रविवार को एक दिन में 41 नए मामलों के साथ कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 408 तक पहुंच गया।
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जिला प्रशासन गुटखे-तंबाकू खाने वालों पर काफी सख्ती बरत रहा है। जिसके चलते यहां थूकने वाले 25 हजार से ज्यादा लोगों से 50 लाख से अधिक की रकम जुर्माने के रूप में वसूली जा चुकी है। क्योंकि, कोरोना का संक्रमण फैलने में थूकने भी बड़ी वजह है। राजकोट में फिलहाल 203 मरीज उपचाराधीन हैं। वहीं 151 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। जिले में अब तक कुल 13 मरीजों की मौत हो चुकी है।
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