RTI कार्यकर्ता के हत्यारों की जमानत रद्द कराना चाह रहा था दलित बेटा, गुजरात में पीट-पीटकर मार डाला गया
Gujarat News in Hindi, राजकोट। गुजरात में राजकोट के मानेकवाड़ा गांव में विकास परियोजनाओं में भ्रष्टाचार उजागर करने वाले आरटीआई कार्यकर्ता नानजी सोंदर्व के बेटे राजेश सोंदर्व की हत्या कर दी गई है। राजेश सोंदर्व दलित था और वह अपने पिता के हत्यारोपियों की जमानत रद्द कराने के लिए कोर्ट-थाने के चक्कर काट रहा था। उसके पिता की गांव के ही उच्च-जाति के लोगों द्वारा 9 मार्च, 2018 को हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार किया था। हालांकि, गुजरात हाइकोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी थी। राजेश उनकी जमानत रद्द कराना चाहथा कि, राजेश को भी मार डाला गया।
पिता के हत्यारे जमानत पर बाहर थे, वह उन्हें जेल भिजवाना चाहता था
एक पुलिस अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार, राजेश 19 वर्ष का था। बीते 22 मई के दिन वह अपने दोस्त मिलन परमार के साथ राजकोट शहर से कोटड़ा सांगणी तालुका के मानेकवाड़ा गांव स्थित अपने घर लौट रहा था। मगर, रास्ते में कुछ लोगों ने उसे पकड़ लिया और उसी रात हत्या कर दी। इस हत्याकांड से कुछ दिनों पहले उसने अपने पिता नानजी सोंदर्व की हत्या के आरोपियों में से एक को खुलेआम मानेकवाड़ा गांव में घूमते हुए देखा था। जिसके बाद राजेश ने अदालत का रुख किया।
पिता के हत्यारों ने बेटे को भी लगा दिया ठिकाने?
राजेश के अदालत जाने की भनक गांव के उन्हीं उच्च जाति के लोगों को लग गई, जिन्हें राजेश के पिता की हत्या में जेल हुई थी और जमानत पर बाहर चल रहे थे। पुलिस को अंदेशा है कि उन्हीं लोगों ने राजेश की भी हत्या कर दी है। क्योंकि, राजेश अपने पिता के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए केस लड़ रहा था।
कांग्रेस पार्टी से जुड़ा शख्स है हत्या का आरोपी
प्रारंभिक जांच में यह भी पता चला है कि इस हत्याकांड का आरोपी महेन्द्र सिंह नामक शख्स है। वह कोटडा सांगानी तालुका पंचायत की तत्कालीन कांग्रेस सदस्य बेनाबा जडेजा का पति है। महेन्द्र सिंह का पिता तत्कालीन माणेकवाड़ा गांव का सरपंच भीखुभा जडेजा है। इस कांड से जुड़े ज्यादातर आरोपी आपराधिक प्रवृत्ति के ही हैं। बहरहाल, पुलिस ने राजेश के सगे-संबंधियों की शिकायत पर आरोपियों को सजा दिलाने की बात कही है।