बारां लालचंद हत्याकांड : पड़ोसी महिला से प्रेम प्रसंग के चलते हत्या कर शव छत से नीचे फेंका
बारां। राजस्थान के बारां कोतवाली पुलिस ने फूंसरा में 10 दिन पहले हुए ब्लाइंड मर्डर का खुलासा कर दिया है। मुखबिर की सूचना पर हत्या के आरोपी निर्मल मेघवाल निवासी फूंसरा को गिरफ्तार किया है। बारां कोतवाली पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी व मृतक के परिवार की एक महिला के बीच प्रेम प्रसंग था। इसको लेकर दोनों के बीच विवाद चल रहा था। इसी रंजिश के चलते आरोपी ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया।
बारां एएसपी विजय स्वर्णकार ने बताया कि 27 अक्टूबर को फूंसरा निवासी ओमप्रकाश मेघवाल ने रिपोर्ट दी थी। इसमें बताया कि वह उसकी मां व परिवार के साथ करीब 20-25 साल से गांव छोड़कर सीसवाली थानाक्षेत्र के पाकलखेड़ा में रहकर मजदूरी करता है। उसका बड़ा भाई लालचंद उसके काका बाबूलाल के पास गांव फूंसरा में ही रहता था। उसकी शादी नहीं हुई थी। लालचंद गांव के पास निर्माणाधीन मकान पर सो रहा था। वहां अज्ञात जनों ने देर रात उसकी हत्या कर शव छत से नीचे फेंक दिया। पुलिस ने जांच शुरू की।
बारां एसपी डॉ. रवि सबरवाल ने घटना के खुलासे व अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एएसपी विजय स्वर्णकार, डीएसपी महावीर प्रसाद, सीआई मांगेलाल यादव के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया। पुलिस ने विशेष मुखबिरों से मिली सूचनाओं के आधार पर घटना का पर्दाफाश कर हत्या के आरोपी निर्मल मेघवाल निवासी फूंसरा को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार आरोपी फूंसरा निवासी निर्मल मेघवाल गुजरात के गांधीधाम में मजदूरी करता था। निर्मल का मृतक लालचंद के परिवार की एक महिला के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। निर्मल रक्षाबंधन के समय गांव आया और उस महिला से मिला। दोनों के बीच प्रेम प्रसंग की बात पता लगने पर लालचंद काफी गुस्से में था।
इस दौरान लालचंद और निर्मल के बीच कहासुनी हुई। लालचंद ने कुछ दिन पहले निर्मल को फोन करके धमकी देकर कहा था कि तू मेरे परिवार से दूर रह। तू मेरे परिवार की महिला पर गलत नजर मत रख। नहीं तो तू दीपावली पर गांव आएगा, तब तुझे देख लूंगा। इसी बात को लेकर आरोपी निर्मल ने उसी दिन से लालचंद को मारने की योजना बनाई। वह मौके की तलाश में था।
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पुलिस के अनुसार आरोपी उस समय गांधीधाम में मजदूरी कर रहा था। इस घटना को अंजाम देने के लिए वह बिना परिजनों को बताए ही गुजरात से वापस आ गया और कोटा ग्रामीण के उम्मेदपुरा गांव में अपनी बुआ व बहन के यहां रहने लग गया। दशहरे पर शाम को अपने गांव फुंसरा में खेत पर बनी टापरी पर आ गया। यहां खाना खाने के बाद लालचंद की निगरानी के लिए घटनास्थल के पास बाड़े में बैठ गया।
रात के समय जब लालचंद अपने मकान की छत पर जाकर सो गया था तो आरोपी निर्मल भी वापस जाकर अपने खेत पर सो गया। रात को कुंटिया लेकर खेत के रास्ते गुपचुप तरीके से लालचंद के बाड़े पर पहुंचा। इस दौरान छत पर जाकर वहां सो रहे लालचंद की हत्या कर दी और शव को नीचे फैंक कर रात में ही फरार हो गया।