राजस्थान : चार जिलों की कमान कलेक्टर पति-पत्नी के हाथ में, बेहद रोचक है इनकी स्टोरी
Jaipur News, जयपुर। यूपी के प्रतापगढ़ की लालगंज तहसील के चार भाई-बहन आईएएस-आईपीएस हैं। अनिल मिश्रा के इन कामयाब बेटा-बेटी की कहानी पिछले कुछ समय से मीडिया की सुर्खियों में है। सफलता और रिश्तों की डोर से बंधी ऐसी ही स्टोरी राजस्थान में भी चर्चा में है।
हर किसी को प्रेरित करने वाली यह स्टोरी उस समय चर्चा में आई जब राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 जीतने के बाद कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के प्रशासनिक ढांचे में बड़ा फेरबदल किया। दिसम्बर में गहलोत सरकार ने राजस्थान के 68 आईएएस अधिकारियों का तबादला करते हुए सूबे के 28 जिलों में नए कलेक्टर लगाए। आईएएस अधिकारियों की इसी सूची में प्रदेश के चार जिलों की कमान कलेक्टर पति-पत्नी के हाथ में आई। आईए जानते हैं कौन हैं ये आईएएस दम्पती।
नेहा गिरी और इंद्रजीत सिंह
मूलरूप से उत्तर प्रदेश की रहने वाली IAS Neha Giri राजस्थान के धौलपुर की जिला कलेक्टर हैं। इनके पति IAS Indrajeet singh अलवर के जिला कलेक्टर हैं। नेहा गिरी 2010 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। राजस्थान के बूंदी व प्रतापगढ़ जिले में कलेक्टर रह चुकी नेहा एपीओ चल रही थी। गहलोत सरकार ने इन्हें धौलपुर की जिम्मेदारी सौंपी। बात अगर नेहा गिरी के कलेक्टर पति इन्द्रजीत सिंह की बात करें तो इन्हें चितौड़गढ़ से अलवर लगाया गया। इससे पहले सिंह डूंगरपुर में भी जिला कलेक्टर रह चुके हैं।
रुक्मिणी रियार और सिद्धार्थ सिहाग
वर्ष 2011 में यूपीएससी परीक्षा में दूसरा स्थान हासिल करने वाली रुक्मिणी रियार (IAS Topper Rukmani Riar) उन युवाओं के लिए प्रेरणादायक हैं, जो किसी परीक्षा में असफल होने के बाद मायूस हो जाते हैं और फिर से मेहनत करना छोड़ देते हैं। रुक्मिणी रियार कक्षा छह में फेल हो गई थीं, मगर हिम्मत नहीं हारी और यूपीएससी टॉप करके दिखा दिया। चंडीगढ़ निवासी रुक्मिणी रियार के पति हरियाणा के हिसार के सिवानी बोलान गांव निवासी (IAS Siddharth Sihag) हैं। सिद्धार्थ सिहाग वर्ष 2012 के आईएएस अधिकारी हैं। वर्तमान में सिद्धार्थ सिहाग राजस्थान के झालावाड़ और रुक्मिणी रियार को बूंदी जिला कलेक्टर हैं।