राजस्थान : शहीद परवेज काठात के गांव शेखावास के 100 से ज्यादा जवान सेना में, पिता, भाई व चाचा भी फौजी
Rajsamnad News, राजसमंद। जम्मू कश्मीर के उरी में गुरुवार तड़के पाकिस्तान की ओर से की गई फायरिंग में राजस्थान के राजसमंद जिले की भीम तहसील के गांव शेखावास (Shekhawas) के परवेज काठात शहीद हो गए। भारतीय सेना की 5 ग्रेनेडियर में स्नापर फायरर के रूप में देश की रक्षा करते हुए प्राण न्योछावर करने वाले परवेज काठात की पार्थिव देह शुक्रवार को घर पहुंच सकती है।
पहले पुलवामा और अब उरी में दी शहादत, दो माह में दो बेटे हुए शहीद, सब कर रहे इस जगह को सैल्यूट
शेखावास के रहने वाले थे शहीद परवेज काठात
बता दें कि परवेज काठात का गांव शेखावास के युवाओं में देशभक्ति का जज्बा कूट कूटकर भरा हुआ है। शायद यही वजह है कि छोटे से गांव शेखावास में सौ से भी ज्यादा युवा सेना में हैं। खुद परवेज काठात का परिवार फौजियों की खान है। इनके पिता मांग काठात भी फौजी रह चुके हैं। वर्तमान में परवेज के चाचा लतीफ व बड़ा भाई इकबाल भारतीय सेना में सेवाएं दे रहे हैं।
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गांव में शोक की लहर
(Parvez Kathat) परवेज काठात उरी में गुरुवार तड़के पेट्रोलिंग पर थे। इसी दौरान पाक फायरिंग में शहीद हो गए। उनकी शहादत की सूचना पर गांव में शोक की लहर दौड़ गई। हर कोई उनके परिवार को ढांढ़स बंधाने पहुंचने लगा। भीम विधायक सुदर्शन सिंह रावत और कई अधिकारी भी उनके घर पहुंचे। उल्लेखनीय है कि 2016 में हुए उरी हमले में भी राजसमंद जिले के एक बहादुर बेटे ने शहादत दी थी। उस हमले में भीम क्षेत्र के राजवा गांव के निम्ब सिंह रावत शहीद हुए थे।
29 की उम्र में वतन पर मर मिटे
परवेज काठात का जन्म राजसमन्द जिले की भीम तहसील के शेखावास में 7 जनवरी 1990 को हुआ था। पिता, चाचा व भाई के नक्शे कदम पर चलते हुए परवेज ने 16 नवम्बर 2009 को 5 ग्रेनेडियर में भर्ती हुए। इनकी शादी शहनाज से हुई। एक बेटा और एक बेटी है।
भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव
बता दें कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले के बाद से भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव है। पाक अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा और सीमा पार से सीज फायर का उल्लंघन कर फायरिंग कर रहा है। पाक फायरिंग का ही मुंहतोड़ जवाब देते हुए राजसमंद के जाबांज बेटा परवेज काठात शहीद हो गया।
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