राजस्थान: बाड़मेर जिले में 90 फीसदी संक्रमित मरीज हैं अस्पताल में भर्ती, 50 फीसदी हैं ऑक्सीजन सपोर्ट पर
जयपुर। देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। बात करें राजस्थान की तो यहां भी लोग तेजी से वायरस की चपेट में आ रहे हैं। राजधानी जयपुर में संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है। वहीं बाड़मेर जिले ने तो राज्य सरकार की चिंता सबसे ज्यादा बढ़ाई हुई है। बाड़मेर में करीब 90 प्रतिशत कोरोना संक्रमित मरीज अस्पताल में भर्ती हैं, जिनमें से 50 प्रतिशत को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा हुआ है।
निजी ठेकेदारों से लेनी पड़ रही है ऑक्सीजन
इस स्थिति के बीच बाड़मेर में ऑक्सीजन सप्लाई ठप हो गई है। चिकित्सा विभाग निजी ठेकेदारों से ऑक्सीजन लेने के लिए मजबूर हो गया है। कुल मिलाकर, अस्पताल में 45 मरीज ऑक्सीजन पर हैं। यही नहीं, कमी के कारण जिले में 100 से अधिक टीकाकरण केंद्र बंद हैं।
प्रशासन ने तिलवाड़ा मेले को किया रद्द
कोरोना से बिगड़ते हालात देखकर एहतिहात के तौर पर बाड़मेर जिला प्रशासन ने तिलवाड़ा मेले को रद्द कर दिया है। इसी तरह, जैसलमेर प्रशासन ने रामदेवरा, तनोट मातेश्वरी और अन्य स्थानों पर सभी मंदिरों को बंद करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा लोगों से रमजान के महीने के दौरान घर से नमाज अदा करने की भी अपील की गई है।
CHMO का स्पष्टीकरण
बाड़मेर के CHMO बाबू लाल विश्नोई ने कहा कि पिछले 10 दिनों में कोविड मरीजों की संख्या में तेजी से उछाल आया है, जिसकी वजह से ऑक्सीजन की मांग कई गुना बढ़ गई है। हालांकि, उन्होंने आश्वासन दिया कि वर्तमान में ऑक्सीजन सिलेंडर की कोई कमी नहीं है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि पाइप लाइन के जरिए ऑक्सीजन बिस्तर तक नहीं पहुंच रही थी। वहीं, बाड़मेर जिले में टीकों की कमी के संबंध में, CHMO ने कहा कि पिछले तीन दिनों से आपूर्ति नहीं हुई है, जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों में 100 से अधिक केंद्र बंद हैं। हर दिन, मांग 40,000 टीकों की होती है, लेकिन बाड़मेर शहर और बालोतरा शहर में केवल 10000 ही उपलब्ध हो पाते हैं।
क्या कहना है बाड़मेर के विधायक का?
इस पूरे मामले पर बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन का कहना है कि बाड़मेर में सरकारी अस्पतालों को ऑक्सीजन सिलेंडर का अतिरिक्त स्टॉक, रेमेडिसिविर इंजेक्शन का पर्याप्त स्टॉक, पर्याप्त कर्मचारियों की तैनाती, स्वच्छता बनाए रखने आदि के लिए निर्देश दिए गए हैं। विधायक ने अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान निर्देशित किया कि ऑक्सीजन संयंत्र में तकनीकी समस्या को हल करने और आपूर्ति बहाल करने की तत्काल आवश्यकता थी।