Bhilwara Corona : बांगड़ अस्पताल से फैला कोरोना, 22 पॉजिटिव केस के बाद प्रशासन ने उठाया बड़ा कदम
भीलवाड़ा। राजस्थान का भीलवाड़ा कोरोना सिटी बनता जा रहा है। यहां पर कोरोना पॉजिटिव केस मिलने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को भीलवाड़ा में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 22 और पूरे राजस्थान में 52 तक पहुंच गया है। भीलवाड़ा में दो की मौत भी हो चुकी है।
भीलवाड़ा में एक सप्ताह से कर्फ्यू
सबसे खास यह है कि भीलवाड़ा में कोरोना शहर के एक निजी अस्पताल से फैला है। भीलवाड़ा के ब्रजेश बांगड़ अस्पताल के डॉक्टर, नर्स, स्टाफ समेत यहां पर इलाज करवाने वाले 22 मरीज कोरोना की चपेट में आए हैं। सप्ताहभर से भीलवाड़ा में कर्फ्यू लगा हुआ है।
दूसरे राज्यों से यहां आए लोगों को भी रखेंगे क्वारंटाइन में
जिला कलक्टर राजेंद्र भट्ट ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए उन लोगों को क्वारंटाइन में रखने की तैयारी की है, जो भीलवाड़ा के बांगड़ अस्पाताल के रोगियों के निकट सम्पर्क में आए या फिर हाल ही में दूसरे राज्यों से यहां आए हैं।
सामुदायिक भवनों में भी करेंगे व्यवस्था
भीलवाड़ा जिला कलक्टर ने कहा कि ऐहतियात के तौर पर क्वारंटाइन में रखने के लिए 14 विभिन्न होटल एवं रिसॉर्ट्स के 1541 एकल कमरों को अधिग्रहित किया गया है। इसके अलावा आगे की तैयारी के लिए विभिन्न सामुदायिक भवनों को अधिग्रहित किया गया है, जिनमें आवश्यकतानुसार 13 हजार 10 क्वारंटाइन बेड तैयार किए जा सकें।
308 लोगों की रिपोर्ट आना बाकी
उन्होंने बताया कि बांगड़ अस्पताल भीलवाड़ा से इलाज लेने वाले रोगियों के परिजनों एव निकट सम्पर्क वालों की कोरोना जांच पर जोर दिया जा रहा है। उन्हें 14 दिन की अवधि में क्वारंटाइन में रखने का कार्य किया जा रहा है। अभी तक 761 सेम्पल में से 21 की पॉजिटिव व 432 की नेगेटिव रिपोर्ट आई है। 308 की रिपोर्ट आना बाकी है।
भीलवाड़ा के सारे रास्ते सील
भर्ती संक्रमितों में से 3 की रिपोर्ट नेगेटिव आने से राहत की उम्मीद बंधी है। 24 घंटे सेम्पल की व्यवस्था के तहत लगातार सेम्पल लिए जा रहे हैं। उन लोगों को क्वारंटाइन में रखा जा रहा है। भीलवाड़ा जिला कलक्टर राजेंद्र भट्ट ने बताया कि अलावा जिले की सीमा पर 24 चौकियां लगाकर आवागमन बंद कर दिए जाने के बावजूद रायपुर क्षेत्र में कच्चे रास्तों से घुस आए लोगों को भी क्वारंटाइन में रखा जाएगा।
निजी चिकित्सकों की भी लेंगे सेवाएं
जिला कलक्टर ने बताया कि रायपुर उपखंड अधिकारी को इस बारे में निर्दश दे दिए गए हैं कि दो दिन में महाराष्ट्र में आईसक्रीम लॉरी लगाने वाले इन लोगों की पहचान कर क्वारंटाइन में रखने की व्यवस्था करें। साथ ही डीएम भट्ट ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि जिले में कोरोना को लेकर बने हालातों से निपटने के लिए अब निजी चिकित्सकों की भी सेवाएं ली जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर चल रही भीलवाड़ा में आर्मी की तैनाती और इंटरनेट बंद करने के मैसेज को अफवाह बताया है।
जरूरत पड़ने पर तैनात करेंगे अतिरिक्त सुरक्षा बल
जिला पुलिस अधीक्षक हरेंद्र महावर ने कहा कि जो लोग बार-बार समझाने के बावजूद घरों से निकलकर सड़कों पर आ रहे हैं। आवश्यक वस्तुओं की डिलीवरी के समय भीड़ के रूप में जमा हो रहे हैं। उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऐसे लोग न केवल खुद के परिवार बल्कि अन्य लोगों को भी संक्रमण की आशंका की ओर धकेल रहे हैं। जिला मजिस्ट्रेट के निर्देशानुसार जिले की सीमा के कच्चे रास्तों को भी सील कर दिया गया है। जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त सुरक्षा बल भी मंगवाया जा सकता है।
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