राजस्थान के अस्पतालों में लगातार बढ़ रही है ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या, इंजेक्शन की कमी बन रही है चुनौती
जयपुर, जून 6। राजस्थान में ब्लैक फंगस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। प्रदेश के अंदर पिछले 8 दिनों के अंदर ब्लैक फंगस के करीब 1600 नए मरीज सामने आए हैं। राज्य में अब कुल मरीजों की संख्या 2651 तक पहुंच गई है, जो पूरे देश के अंदर सबसे अधिक है। ब्लैक फंगस के वॉर्ड के अंदर बढ़ते मरीजों की संख्या के बीच इसके इंजेक्शन की कमी राज्य सरकार के लिए बहुत बड़ी चिंता साबित हो रही है।
मरीजों के लिए है इंजेक्शन की कमी
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, 59 साल की हसीना बानो ने ब्लैक फंगस बीमारी के कारण ही पिछले एक महीने के अंदर अपनी दोनों आंखे खो दी हैं। हसीना बानो का इलाज कोटा जिले के सरकारी एमबीएस अस्पताल में चल रहा था। हसीना बानो के दो बेटे मोहम्मद साजिद और ओमान अंसारी का कहना है कि उनकी मांग को ब्लैक फंगस हो गया था, अप्रैल के आखिर में वो कोरोना संक्रमित हुई थीं, कोरोना से वो धीरे-धीरे रिकवर हो गईं, लेकिन ब्लैक फंगस की चपेट में आ गईं। उन्होंने चेहरे पर दर्द की शिकायत दर्ज की। इसके बाद हमने उन्हें डॉक्टरों के पास दिखाया, लेकिन इस बीमारी ने उनकी आंखें छीन ली।
हसीना बानो का कहना है कि डॉक्टरों ने उनकी मां की सर्जरी की, लेकिन फिर भी उनकी आंखों को बचाया नहीं जा सका और इसके लिए वो इंजेक्शन कमी को मानते हैं। उनका कहना है कि सर्जरी के बाद हम अपनी मां को कोटा ले आए, क्योंकि जयपुर में लंबे समय तक रहने के साधन हमारे पास नहीं थे। उनकी मां को लंबे समय तक अस्पताल में भर्ती रखने की जरूरत थी, 12 दिन तक वो अस्पताल में रहीं तो इस दौरान उन्हें सिर्फ 4 ही इंजेक्शन दिए गए थे।
कोटा और जयपुर के अस्पताल का हाल
आपको बता दें कि इंडियन एक्सप्रेस की टीम ने जब कोटा और जयपुर के सरकारी अस्पतालों का दौरा किया तो देखा गया कि यहां स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई हुई है। हर दिन मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है और ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए इंजेक्शन की भारी कमी है। इसके अलावा सर्जरी के बाद भी कई लोगों की आंखों की रोशनी जा रही है।
पिछले महीने ब्लैक फंगस को घोषित किया था महामारी
आपको बता दें कि पिछले महीने ही राजस्थान सरकार ने ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर दिया था। तभी से शहरी इलाकों के साथ-साथ गांव के अंदर भी इस बीमारी के मरीज बहुत तेजी से बढ़े हैं। इस बीमारी का इलाज राज्य के करीब 30 से अधिक सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में चल रहा है।
ब्लैक फंगस से 85 लोगों की चली गई है जान
राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन लिमिटेड (RMSCL) के आंकड़ों के अनुसार, राजस्थान में शनिवार तक ब्लैक फंगस कुल मामले 2,651 हैं। इस आंकड़े में वो मरीज भी शामिल हैं, जो संदिग्ध मामले हैं। इसमें से 2,379 मरीज वर्तमान में राज्य के विभिन्न अस्पतालों में ट्रीटमेंट करा रहे हैं। आंकड़ों से पता चलता है कि ब्लैक फंगस के कारण 85 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 157 मरीज ठीक हो चुके हैं और 30 मरीज चिकित्सकीय सलाह के बाद घर चले गए हैं।