ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी कर रहे थे डॉक्टर, ऑपरेशन थिएटर में 'हंगामा है क्यों बरपा...' गुनगुनाता रहा मरीज
रायपुर, 09 जून: वैसे तो सर्जरी का नाम सुनते ही अच्छे भले इंसान की हालत खराब होने लगती है। लेकिन, कुछ लोग ऐसे होते है जो बीमारी से लड़ते है और दूसरों के लिए मिसाल बन जाते है। छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में ऐसी ही एक मिसाल देखने को मिला है। जी हां...यहां ऑपरेशन थिएटर में ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी के दौरान एक मरीज ने जिंदादिली की मिसाल पेश की है। जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वहीं, इस वीडियो को देखकर लोग मरीज की हिम्मत को दाद दे रहे है।
दरअसल, रायपुर जिले के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एक मरीज की ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी की गई। सर्जरी के दौरान मरीज ऑपरेशन थिएटर में गुलाम अली की गजल 'हंगामा है क्यों बरपा...' गुनगुनाता रहा। मरीज द्वारा गजल गुनगुनाने का डॉक्टरों ने वीडियो बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वहीं, इस वीडियो को देखकर लोग मरीज की हिम्मत को दाद दे रहे है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह ऑपरेशन आधुनिक तकनीकी के तहत किया गया है, जो अब चर्चा में आ गया है।
ऑपरेशन के दौरान मरीज को बिल्कुल भी दर्द का अहसास नहीं हुआ। खबर के मुताबिक, मरीज रायपुर के सुयश हॉस्पिटल में ब्रेन ट्यूमर का इलाज कराने के लिए पहुंचा था। इस दौरान मरीज जैसे ही ऑपरेशन थिएटर में दाखिल हुआ तो गुनगुनाने लगा और ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों से बात भी करता रहा। पूरी सर्जरी के दौरान वह गुलाम अली की गजल 'हंगामा है क्यों बरपा' गाता रहा। मरीज द्वारा गुनगुनाई जा रही गजल को हॉस्पिटल प्रबंधन ने कैमरे में कैद कर लिया।
जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। आपको बता दें कि सर्जरी के दौरान मरीज पूरे होशो-हवास में था और डॉक्टरों ने उसके शरीर से ब्रेन ट्यूमर निकाल दिया। फिलहाल युवक का ऑपरेशन सफल रहा है और जल्द ही उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक यह ऑपरेशन सुयश हॉस्पिटल के डॉक्टर राहुल अहलूवालिया ने किया है। डॉ. राहुल ने बताया कि इस पद्धति के इलाज में मरीज को किसी भी तरह का दर्द महसूस नहीं होता है।
मरीज खुद अपना इलाज देख पाता है उसे पूरी तरह से बेहोश नहीं किया जाता है। सर्जरी के दौरान मरीज को किसी भी तरह के दर्द या परेशानी के बिना सफलतापूर्वक इलाज किया जाता है। बहरहाल, वीडियो देखकर लोग सर्जरी की इस तकनीक की तारीफ तो कर ही रहे हैं, मरीज के हिम्मत की भी दाद दे रहे हैं।