युवक का सवाल- ' BPSC में 4 अंक से चूक गया, क्या करूं? IAS Awanish Sharan का जवाब 'मैं खुद 10 बार फेल हुआ था'
छत्तीसगढ़ कैडर में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी अवनीश शरण सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं। इनकी सोशल मीडिया पोस्ट अक्सर सुर्खियां बनती हैं। इस बार आईएएस अवनीश शरण ने अपनी कभी हार ना मानने वाली बात शेयर की है।
BPSC एग्जाम में 4 मार्क्स से सेलेक्ट नहीं हुआ
हुआ यूं कि आईएएस अवनीश शरण के एक ट्वीट पर यूजर ने कमेंट में उदासी वाली इमोजी भी शेयर करते हुए लिखा कि 'सर, जीवन नाजुक मोड़ पर है। BPSC एग्जाम में 4 मार्क्स से सेलेक्ट नहीं हुआ। समझ नहीं आ रहा क्या करूं? साल 2017 में बीटेक पास किया था, लेकिन अब तक बेरोजगार हूं।'
आईएएस अवनीश शरण का जवाब सुर्खियां बटोर रहा
सोशल मीडिया पर आईएएस अवनीश शरण का जवाब सुर्खियां बटोर रहा है। आईएएस शरण ने यूजर को जवाब में लिखा कि ' चिंता मत करो। मैं खुद 10 बार प्रारंभिक परीक्षा में फेल हुआ था। मैंने 2002 में स्नातक किया था, मगर नौकरी 2009 में मिली। आपको सुनहरे भविष्य के लिए शुभकामनाएं'
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एक यूजर ने लिखा कि 'घर वाले निकाल देंगे...
इसी ट्वीट के कमेंट में एक यूजर ने लिखा कि 'घर वाले निकाल देंगे।' इस पर आईएएस अवनीश शरण ने शानदार रिप्लाई देते हुए कहा कि 'अच्छा है इसको चैलेंज के रूप में स्वीकार करो' एक अन्य यूजर ने आईएएस शरण के जवाब पर सवाल उठाए और लिखा कि हर किसी को प्रारम्भिक परीक्षा (संघ लोक सेवा आयोग) में इतने मौके पर नहीं मिलते।' इस आईएएस अवनीश शरण ने स्पष्ट किया वे दस राज्य लोक सेवा आयोग की प्रारम्भिक परीक्षा में फेल हुए हैं।
दसवीं कक्षा थर्ड डिवीजन से पास की थी
बता दें कि आईएएस अवनीश शरण अक्सर अपनी असफलताओं के किस्से शेयर करते रहते हैं। कुछ समय पहले आईएएस शरण ने सोशल मीडिया पर अपने दसवीं व बाहरवीं के नंबर शेयर करते हुए बताया था कि उन्हें दसवीं कक्षा थर्ड डिवीजन से पास की थी। राज्य लोक सेवा आयोग की प्रारम्भिक परीक्षा में दस से अधिक बार और सीडीएस व सीपीएफ परीक्षा में फेल हुए।
साल 2008 दूसरे प्रयास में 77वीं रैंक
आईएएस अनवीन शरण को यूपीएससी में भी सफलता दूसरे प्रयास में हाथ लगी। साल 2006 में यूपीएससी के पहले प्रयास में शरण प्रारम्भिक व मुख्य परीक्षा तो पास कर ली थी, मगर साक्षात्कार में रह गए थे। फिर साल 2008 दूसरे प्रयास में 77वीं रैंक हासिल कर छत्तीसगढ़ कैडर में आईएएस अधिकारी बने।
आईएएस अवनीश शरण बिहार के समस्तीपुर जिले के गांव केवटा के रहने वाले
वन इंडिया हिंदी से बातचीत में आईएएस अवनीश शरण ने बताया था कि वे बिहार के समस्तीपुर जिले के गांव केवटा के रहने वाले हैं। गांव के सरकारी स्कूल से पढ़ाई हुई। गांव में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी का माहौल नहीं था। ना ही कोई अच्छे से गाइड करने वाला मिला। शायद यही वजह है कि सफलता देर से हाथ लगी।
अवनीश शरण का परिवार
आईएएस अवनीश शरण का जन्म प्राइवेट शिक्षक लोकेश शरण और मीरा शरण के घर हुआ। अवनीश शरण की शादी मीरा देवी से हुई है। मीरा शरण केंद्रीय सेवाओं में बंगलौर में पोस्टेड हैं। अवनीश अपनी सफलता का श्रेय चाचा लोहितेश शरण को भी देते हैं। यूपीपीएससी अफसर लोहितेश शरण ज्वाइंट कमिश्नर हैं। इन्होंने ने अवनीश को यूपीएससी की तैयारी के लिए गाइड किया।