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पंजाब:आचार संहिता लगने से पहले वादों को अमलीजामा पहनाने की चुनौती, सुखबीर बादल ने साधा निशाना

विधानसभा को लेकर सभी सियासी पार्टियां एक्टिव मोड में आ चुकी हैं। वहीं पंजाब कांग्रेस अंदरुनी कलह से जूझने के बावजूद चुनाव से पहले सब कुछ ठीक करने की कोशिश में लगी हुई है।

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चंडीगढ़ 3 दिसंबर, 2021। पंजाब विधानसभा को लेकर सभी सियासी पार्टियां एक्टिव मोड में आ चुकी हैं। वहीं पंजाब कांग्रेस अंदरुनी कलह से जूझने के बावजूद चुनाव से पहले सब कुछ ठीक करने की कोशिश में लगी हुई है। चरणजीत सिंह चन्नी सीएम पद की शपथ लेने के बाद से ही चुनावी मोड में नज़र आ रहे हैं। जिस तरह से उन्होंने पंजाब की जनता को लुभाने के लिए सौगातों की झड़ी लगाई है। अब उनके लिए आचार संहिता लगने से पहले अपने वादों को पूरा करना चुनौती बन गई है। क्योंकि अब विपक्षी दल उनके द्वारा किए गए वादों को लेकर उन पर निशाना साध रहे हैं। वहीं कांग्रेस आलाकमान को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर काफ़ी भरोसा है कि वह अपने द्वारा किए गए घोषणाओं को जल्द ही अमलीजामा पहना लेंगे।

CM चन्नी के लिए चुनौती

CM चन्नी के लिए चुनौती

पंजाब के मुख्यमंत्री पद की कुर्सी पर बैठने के साथ जिस तरह से चरणजीत चन्नी ने फ़ैसले लिए हैं, इससे क़यास ये लगाए जा रहे हैं कि सीएम चरणजीत सिंह चन्नी अपने दम पर कांग्रेस को दोबारा सत्ता में ला सकते हैं। इस वजह से सीएम चन्नी पर दबाव ज्यादा है कि अगर उन्होंने अपने द्वारा लिए गए फ़ैसलों पर आचार संहिता लगने से पहले अमलीजामा नहीं पहनाया तो चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस की सियासी पकड़ कमज़ोर करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। जिन मुद्दे पर कैप्टन अमरिंदर सिंह को सीएम पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा था और अब अगर सीएम चन्नी भी अपने वादों को पूरा करने में नाकाम साबित हुए तो विपक्ष के पास बोलने का मौक़ा होगा कि कैप्टन से इस्तीफ़ा लेने के बावजूद पंजाब कांग्रेस अपने वादे को पूरा करने में नाकाम रही।

विपक्षी दलों के निशाने पर CM

विपक्षी दलों के निशाने पर CM

विधानसभा चुनाव को लेकर पंजाब की सियासी सरगर्मियां बढ़ी हुई हैं। विपक्ष चन्नी सरकार पर हमलावर है, वहीं विपक्षी दल सीएम चरणजीत सिंह चन्नी पर निशाना साधते हुए उन्हें ऐलानजीत मंत्री की संज्ञा दे रहे हैं। क्योंकि कुछ ही दिनों में पंजाब में आचार संहिता लग जाएगी उसके बाद चरणजीत सिंह चन्नी चाह कर भी कोई क़दम नहीं उठा पाएंगे। इसी का फ़ायदा उठाते हुए विपक्षी दल लगातार चन्नी सरकार के वादे पर हमलावर होती हुई नज़र आ रही है। विपक्षी दलों का आरोप है कि पंजाब के मुख्यमंत्री जनता को गुमराह कर रहे हैं। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि वह ऐलानजीत मंत्री नहीं विश्वजीत मंत्री है।

'हर वादे और फ़ैसले को ज़मीन पर उतारा है'

'हर वादे और फ़ैसले को ज़मीन पर उतारा है'

सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि उन्होंने सत्ता संभालते ही हर वादे और फ़ैसले को ज़मीन पर उतारा है। पंजाब के हित में काम करते हुए हमने आम जनता का दिल जीता है। इसलिए मैं ऐलानजीत नहीं हूं, विश्वजीत हूं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी सरकार चन्नी सरकार नहीं बल्कि चंगी सरकार है। जिसने पंजाब के विकास के लिए बेहतरीन काम किया है। वहीं उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि बिना किसी तथ्य के कुछ भी बोलते रहना भी सही नहीं है। उन्होंने केजरीवाल को नसीहत दी कि वे उनके पंजाब मॉडल को दिल्ली में भी लागू करें। सीएम चन्नी ने कहा कि पंजाब मॉडल में जो भी वादे किए जाते हैं, उन्हें वक़्त रहते जमीन पर भी उतार दिया जाता है।


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English summary
The challenge of implementing the promises before the code of conduct is implemented
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