अकाली दल के अलग लड़ने से क्या भाजपा को होगा नुकसान, दिग्गज नेता हरजीत ग्रेवाल ने दिया जवाब
हरजीत सिंह ग्रेवाल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी कोई नई राजनीतिक पार्टी तो है नहीं। हम स्ट्रेन्थ और सदस्यता के एतबार से दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है
चंडीगढ़, अगस्त 05, 2021। पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ने कृषि क़ानून पर बयान देते हुए कहा था कि पंजाब में ये तीन काले क़ानून को पारित करने नहीं दिया जाएगा। इसी बाबत भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हरजीत सिंह ग्रेवाल ने सिद्धू पर निशाना साधा है। वन इंडिया हिन्दी से बात करते हुए उन्होंने कहा की सिद्धू जी कोई ज्योतिषि होंगे जो ऐसी बातें बोलते हैं। सिद्धू की बातों का कोई औचित्य नहीं है। वह हर नेता के लिए एक ही बयान देते हैं। उनके जुमले सोनिया जी, गुरूनानक देव, नरेन्द्र मोदी और अन्य नेताओँ के लिए इस्तेमाल करते हैं।
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हरजीत सिंह ग्रेवाल ने कहा कि राहुल गांधी को पप्पू कहने की शुरुआत हम और आप ने नहीं बल्कि सिद्धू ने ही की थी और आज वही पप्पू उनके मार्गदर्शक हैं। सोनिया गांधी को कांग्रेस में मुन्नी से ज़्यादा बदनाम की संज्ञा देते थे सिद्धू और आज वही कांग्रेस पार्टी उनके लिए महापार्टी हो गई है। सिद्धू के लिए पहले भाजपा महापार्टी थी। इस तरह की हरकतें किसी सुलझे हुए व्यक्ति की नहीं होती। सिद्धू की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिंह है। सिद्धू की बातों में कोई भी सच्चाई नहीं होती है उनकी बातें वास्तविकता से दूर होती हैं।
हरजीत सिंह ग्रेवाल ने नवजोत सिंह सिद्धू को सलाह देते हुए कहा की वह गंभीर हो जाएं। सरकार की परफ़ॉर्मेंस तो पहले से ही ज़ीरो है और जो भी वादे किये थे उसे पूरा नहीं किया है। ना तो गुरू की बेअदबी का इंसाफ़ हुआ, नौकरी देने का वादा भी पूरा नहीं किया। इस तरह के कई वादे किए थे जो पूरे नहीं हुए, जब वादे पूरे हि नहीं हुए तो लोग इन्हें क्यों वोट देंगे। पंजाब की आर्थिक स्थिती और ख़राब कर दी पहले डेढ़ लाख करोड़ का क़र्ज़ा था अब तीन लाख करोड़ से ज़्यादा का क़र्ज़ा हो गया।
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हरजीत सिंह ग्रेवाल ने कहा की उन्हें तो पंजाब कांग्रेस में कोई तजुर्बेकार नेता दिखाई ही नहीं देता, क्योंकि बड़े बादल साहब बुज़ुर्ग हो गए। कैप्टन अमरिंदर सिंह भी उम्रदराज हो गए हैं, उनकी सेहत भी ठीक नहीं रहती है। मेरी प्रार्थना है कि वह दीर्घायु हों मगर वह सत्ता में रहने के लिए फिट केस नहीं हैं। हरजीत सिंह ग्रेवाल ने कहा कि सुखबीर सिंह बादल और नवजोत सिंह सिद्धू जैसे लोग अगर सोचें की पंजाब को सही दिशा दे देंगे, पंजाब की आर्थिक स्थिति मज़बूत कर लेंगे तो ये मुमकिन नहीं है। इनकी कार्यशैली से लगता है कि ये नेता गम्भीर नहीं हैं।
हरजीत सिंह ग्रेवाल ने अकाली और कांग्रेस नेता चरित्र पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि हरसिमरत कौर और रवनीत सिंह बिट्टू लोकसभा के बाहर जैसी बातचीत और भाषा का प्रयोग कर रहे थे ये नेताओं के बात करने के तरीक़े होते हैं क्या ? ये तो गली मोहल्ले के गुंडे मवाली की भाषा है। इस तरह की हरकत करने से तो नहीं लगता कि यह लोग पंजाब के लिए गंभीर हैं। पंजाब में किसान सुसाइड कर रहा है, पंजाब में रोज़गार नहीं है, इंडस्ट्रीज़ पलायल कर रही हैं और दोबारा इन्वेंस्टमेंट की कोई उम्मीद नहीं है। इनलोगों को पंजाब के लोगों के दर्द का कुछ पता नहीं है। ये लोग पंजाब का प्रतिनिधित्व करने के लिए फ़िट नहीं हैं। गंभीर लोग ही सत्ता में रह सकते हैं, गम्भीर लोग ही मार्गदर्शक और पथ प्रदर्शक बन सकते हैं।
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भाजपा और अकाली दल के अलग-अलग चुनाव लड़ने की सवाल पर हरजीत सिंह ग्रेवाल ने कहा कि अकाली दल के अलग हो जाने से भारतीय जनता पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है। भाजपा के पास पहले से दो-दो सीटे हैं, विधानसभा की दो सीटे हैं और लोकसभा की भी दो सीटे हैं होशियारपुर और गुरदासपुर । उन्होंने कहा कि जब पंजाब में अकाली दल और कमज़ोर भाजपा होती है तो किसी दूसरे की सरकार आती है, कांग्रेस की आती है। जब अकाली दल और मज़बूत भाजपा होती है तो सरकार अकाली दल और भाजपा की आ जाती है। इसका ये मतलब है कि भारतीय जनता पार्टी पंजाब में वोट ट्रांसफ़र करने की कुव्वत रखती है। अकाली दल वोट ट्रांसफ़र करने की ताक़त नहीं रखता है। अकाली दल भाजपा के समर्थन के बिना सत्ता से कोसो दूर है।
पंजाब चुनाव में भाजपा की क्या अलग रणनीति होगी ? इस सवाल के जवाब में हरजीत सिंह ग्रेवाल ने कहा की भारतीय जनता पार्टी कोई नई राजनीतिक पार्टी तो है नहीं। हम स्ट्रेन्थ और सदस्यता के एतबार से दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी हैं। पंजाब में हमारी मेम्बर्शिप लाखों में है, हमारी मौजूदगी प्रदेश के हर कोने में है। हमारा वोट बैंक भी है। भाजपा को बहुत ज़्यादा कुछ करने की ज़रूरत नहीं है। हमारा काम तो विपक्षी दल के नेता ही कर रहे हैं। कांग्रेस को हमने तो एक्सपोज़ नहीं किया, कांग्रेसियों ने ही एक दूसरे को एक्सपोज़ किया है। पंजाब में एक कांग्रेस ए है अमरिंदर और एक कांग्रेस आई है इंद्रा, ये ता कांग्रेसियों ने ही किया है। हमें कुछ करने और बताने की ज़रूरत नहीं पड़ी, हमारा काम तो यही लोग कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी दिल्ली शहर की पार्टी है जिसका कुछ आधार ही नहीं है, वह अलग हमारा काम कर रही है। इसलिए मैं यह समझता हूं कि आने वाला वक़्त जो है वह भारतीय जनता पार्टी का ही है।