पंजाब: 18 सूत्रीय एजेंडे को अमलिजामा पहनाने के लिए CM चन्नी का मास्टर प्लान, तैयार की ये रणनीति
पंजाब के नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पहले दिन ही चुनावी मोड में एक्टिव हो कर ये साबित करने में जुट गए हैं कि जिस तरह की उनसे उम्मीद की जा रही है वह उसे पूरी तरह से कामयाब करेंगे।
चंडीगढ़,
सितंबर
21,
2021।
पंजाब
विधानसभा
चुनाव
के
दिन
नज़दीक
आते
ही
सियासी
पार्टियों
पर
जनता
को
विश्वास
में
लेने
का
दबाव
बनता
जा
रहा
है।
इसी
कड़ी
में
पंजाब
कांग्रेस
में
भी
काफ़ी
घमासान
के
बाद
पंजाब
के
मुख्यमंत्री
की
कमान
चरणजीत
सिंह
चन्नी
को
सौंपी
गई।
प्रदेश
के
मुखिया
की
कमान
हाथ
में
आते
ही
चरणजीत
सिंह
चन्नी
चुनावी
मोड
में
एक्टिव
हो
चुके
हैं।
हालांकि
चरणजीत
सिंह
चन्नी
के
सामने
वक़्त
कम
टारगेट
ज़्यादा
बचा
हुआ
है।
यही
वजह
है
कि
पंजाब
के
नवनियुक्त
मुख्यमंत्री
चरणजीत
सिंह
चन्नी
पहले
दिन
ही
चुनावी
मोड
में
एक्टिव
हो
कर
ये
साबित
करने
में
जुट
गए
हैं
कि
जिस
तरह
की
उनसे
उम्मीद
की
जा
रही
है
वह
उसे
पूरी
तरह
से
कामयाब
करेंगे।
सत्ता
संभालने
के
साथ
ही
मुख्यमंत्री
चरणजीत
सिंह
चन्नी
कांग्रेस
हाईकमान
के
18
सूत्रीय
एजेंडे
को
अमलीजामा
पहनाने
में
जुट
गए
हैं।
18 सूत्रीय एजेंडे पर CM चन्नी का मास्टर प्लान
पंजाब कांग्रेस हाईकमान की तरफ़ से तय 18 सूत्रीय एजेंडे पर काम करने को लेकर गुटबाज़ी का शिकार हो चुकी कांग्रेस के सामने विधानसभा चुनाव में पार्टी को एकजुट कर के रखना बड़ी चुनौती बनी हुई थी। इसी कलह पर वीराम लगाने के लिए पंजाब कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री बना कर कलह ख़त्म करने की कोशिश की है। 18 सूत्रीय एजेंडे का ज़िक्र करते हुए चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि वह पंजाब के लोगों को भरोसा दिलाते हैं कि आने वाले दिनों में सभी मसलों का हल होगा। गरीबों का पानी और बिजली का बिल माफ, रेत माफिया और अवैध खनन पर अंकुश लगाने को लेकर बड़े क़दम उठाए जाएंगे। चरणजीत सिंह चन्नीं ने कहा कि थोड़ा वक्तअ दें सभी मसलों को हल किया जाएगा। चाहे वह बरगाड़ी मामला हो या कोई और, सारे मुद्दे हल होंगे और सब कुछ संविधान और कानून के हिसाब से ही होगा। ग़ौरतलब है कि यह 18 सूत्रीय एजेंडा कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी पंजाब में पूरा करने के लिए दिया गया था। जिसे अब अमलीजामा पहनाने का काम चरणजीत सिंह चन्नी के ऊपर है। चरणजीत सिंह चन्नी पहले दिन से ही इस दिशा में कदम बढ़ाते नज़र आ रहे हैं।
सरकारी कर्मचारियों के लिए CM चन्नी की सौगात
पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की अध्यक्षता में सोमवार को पहली कैबिनेट बैठक हुई। उन्होंने सरकारी दफ़्तरों सभी सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को सुबह 9 बजे दफ़्तर पहुंचने और शाम को कार्यालय में जनता के लिए मौजूद रहने के दिशा निर्देश तय किए हैं। नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा है कि इस फैसले का मकसद सरकारी कार्यालयों में अनुशासन लाना है। कर्मचारियों से जनता की परेशनियों को हल करवाना प्राथमिकता है।उन्होंने सरकारी दफ़्तर के लिए दिशा निर्देश जारी करने के साथ ही सरकारी कर्मचारियों को सौगात देते हुए पंजाब के सरकारी कर्मचारियों की तनख्वाह में 15 फीसदी का इज़ाफ़ा भी किया है। नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजती सिंह चन्नी के इस फ़ैसले साढ़े चार लाख सरकारी कर्मचारियों को फायदा होगा। इसके अलावा राज्य सरकार ने कर्मचारियों के कुछ भत्तों को भी फिर से चालू करने का फैसला किया है। वहीं उन्होंने पंजाब के हड़ताली सरकारी कर्मचारियों से काम पर लौटने की अपील की है। उन्होंने ने कहा कि हड़ताली कर्मचारी कुछ वक़्त दें, उनकी हर परेशानियों को दूर किया जाएगा।
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आर्थिक तौर पर कमज़ोर वर्गों के लिए 32 हज़ार घरों का निर्माण
मंत्रिमंडल बैठक में शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर ख़ास तौर से ध्यान देने पर जोर दिया गया। वहीं आवास निर्माण और शहरी विकास विभाग को आदेश दिया गया कि आर्थिक तौर पर कमजोर वर्गों के लिए 32,000 घरों का निर्माण प्राथमिकता के आधार पर जल्द से जल्द करवाया जाए। आपको बता दें कि इसके तहत लाभार्थियों को घर वाजिब किश्तों पर उपलब्ध करवाए जाएंगे। वहीं कैबिनेट में ठेकेदारी सिस्टम को खत्म करने के लिए ज़मीन मालिकों को अपनी जमीन में से मुफ्त रेत निकालने की इजाज़त देने पर भी विचार-विमर्श किया गया। इसके तहत कोई भी ज़मीन मालिक अपनी जमीन में से रेत निकाल सकेगा उस पर किसी भी तरह की कानूनी कार्रवाई नहीं की जाएगी। इसके ज़रिए उपभोक्ताओं को वाजिब कीमतों पर रेत भी मुहैया हो सकेगी।
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