ट्वीट कर लालू यादव ने कहा- स्वास्थ्य केंद्र बंद कराने के लिए नीतीश कुमार को नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए
पटना। कोरोना महामारी के बीच बिहार में सियासत जारी है। एक तरफ बेटे तेजस्वी यादव नीतीश सरकार को घेरने में जुटे हुए हैं। वहीं उनके पिता राजद सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव भी नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोल रहे हैं और सरकार की कमियों को ढूंढकर गिना रहे हैं। इसी कड़ी में लालू प्रसाद यादव ने बिहार की स्वास्थ्य सुविधा पर सवाल उठाते हुए एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने सीएम नीतीश कुमार के लिए नोबेल पुरस्कार की मांग की है। लालू प्रसाद यादव ने अपने ट्वीट में मधुबनी जिले के हरलाखी प्रखंड के उपस्वास्थ्य केंद्र के बदहाली की तस्वीर शेयर की है।
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इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि ऐसे सैंकड़ों स्वास्थ्य केंद्र बंद कराने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नोबेल पुरस्कार मिलना के लिए नामांकित किया जाना चाहिए। साथ ही स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को भी नोबेल पुरस्कार देने की मांग की। इससे पहले बीते 25 मई को भी लालू प्रसाद यादव ने कैमूर के रामगढ़ के दुर्गावती स्थित मचखिया के बदहाल प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र की बदहाली से संबंधित ट्वीट को शेयर करते हुए लिखा था कि बिहार में यथार्थ में बंद पड़े और सरकार की फाइलों में संचालित ऐसे हजारों स्वास्थ्य केंद्र नीतीश कुमार की विफलता के स्मारक हैं।
हालांकि, लालू यादव के इन ट्विट पर जदयू ने भी पलटवार किया है और कहा है कि उनके नाम तो सिर्फ चरवाहा विद्यालय खुलवाने की ही उपलब्धि है। सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल युनाइटेड के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि लालू यादव के पैतृक गांव फुलवरिया के स्वास्थ्य केंद्र में पहले और अब कितने मरीज जाते हैं, वही देखे लें। लालू ने 123 चरवाहा विद्यालय बनवाए, लेकिन मेडिकल कॉलेज व नर्सिंग स्कूल के बारे में क्यों नहीं सोचा? लालू वैसे नेता हैं जिनका ऑक्सीजन लेवल अपने विधायकों से संवाद में तो नीचे हो जाता है, लेकिन पॉलिटिकल किट आगे बढ़ जाता है।
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