मजदूरों के किराये को लेकर दिल्ली और बिहार सरकार आमने-सामने, जेडीयू नेता ने जारी की चिट्ठी
पटना। दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय के ट्वीट के बाद प्रवासी मजदूरों के किराया चुकाने को लेकर सियासत तेज हो गई है। इस बार दिल्ली और बिहार सरकार दोनों आमने-सामने हो गई है। बिहार सरकार में मंत्री संजय झा ने ट्वीट कर वो चिट्ठी सार्वजनिक की है, जो दिल्ली सरकार के नोडल पदाधिकारी पीके गुप्ता ने बिहार के नोडल अधिकारी प्रत्यय अमृत को लिखी थी। चिट्ठी में यह साफ-साफ लिखा है कि दिल्ली से मुजफ्फरपुर जानेवाली श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में मजदूरों का टिकट ब्लक में दिल्ली सरकार कटवा रही है। इसमें जो भी किराया लगेगा वो बिहार सरकार से लिया जाएगा।
बता दें कि दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने ट्वीट कर लिखा थी कि श्रमिकों को लेकर दिल्ली से मुजफ्फरपुर रवाना हुई ट्रेन। 1200 लोगों का किराया अरविंद केजरीवाल सरकार देगी। इस ट्वीट के बाद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने एक के बाद एक ट्वीट करना शुरू कर दिया। अपने ट्वीट में उन्होंने दिल्ली सरकार और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शुक्रिया भी कहा। साथ ही उन्होंने लिखा कि मजदूर भाईयों को बिहार ले जाने के लिए 50 ट्रेन उपलब्ध कराने का दावा किया था।
जैसे ही मजदूरों के किराए की राजनीति तेज हुई तो बिहार सरकार के मंत्री संजय झा ने दिल्ली सरकार के नोडल पदाधिकारी का पत्र जारी कर दिया। ट्वीट के जरिये जारी पत्र पर मंत्री संजय झा ने लिखा- केजरीवाल जी, झूठ के साथ समस्या यही है कि आप भूल जाते हैं कि कब क्या बोल चुके हैं। अब देखिये न, आपके मंत्री गोपाल राय ने ट्वीटर पर सेफल झूठ बोल रहे हैं कि दिल्ली से मुजफ्फरपुर आनेवाली स्पेशल ट्रेन का किराया आपकी सरकार देगी, फिर चिट्ठी भेजकर हमसे पैसे मांगते हैं।
1/2 श्रीमान @ArvindKejriwal जी! झूठ के साथ समस्या यही है कि आप भूल जाते हैं कि कब क्या बोल चुके हैं? अब देखिए न, आपके मंत्री @AapKaGopalRai ट्विटर पर सफेद झूठ बोल रहे हैं कि दिल्ली से मुजफ्फरपुर आनेवाली ट्रेन का किराया आपकी सरकार देगी, फिर चिट्ठी भेजकर हमसे पैसे भी मांगते हैं। pic.twitter.com/qC0i0cmZbi
— Sanjay Kumar Jha (@SanjayJhaBihar) May 8, 2020
साथ ही उन्होंने यह भी लिखा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले ही साफ कर चुके हैं कि हम श्रमिकों को भाड़े की रकम के अलावा 500 रुपये अतिरिक्त देंगे, तो दिन दहाड़े दिल्ली सरकार के मंत्री झूठ क्यों बोल रहे हैं? यह तो नीतिगत बात है, लेकिन आप कोविड-19 के समय भी इतनी ओछी राजनीति करें, शोभा नहीं देता है।