कश्मीर पर अब पीएम मोदी और पीएम शरीफ की 'सीक्रेट डिप्लोमैसी'
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के न्यूजपेपर द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की ओर से सोमवार को एक रिपोर्ट पब्लिश हुई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान और भारत अब कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए एक 'सीक्रेट डिप्लोमैसी' की ओर बढ़ रहे हैं।
ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस मुद्दे को हल करने के लिए जो कदम उठाया था, मोदी सरकार और नवाज शरीफ उसी रास्ते पर आगे बढ़ने को तैयार है।
संबंधों को लेकर पीएम नवाज से ज्यादा मोदी पर भरोसा
मुशर्रफ और मनमोहन सिंह दोनों ने ही 'आउट ऑफ द बॉक्स' जाकर इस मुद्दे को हल करने पर जोर दिया था। आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों में भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों को सुधारने के लिए द्विपक्षीय वार्ता का एक नया दौर शुरू हुआ है।
जब-जब भारत ने किया पाक पर भरोसा, तब-तब खाया धोखा
इसके तहत पहले थाईलैंड की राजधानी बैकांक में दोनों देशों के एनएसए की मुलाकात हुई। फिर हाल ही में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पाकिस्तान गई थीं। बातचीत का मकसद आतंकवाद और कश्मीर मुद्दे का बातचीत के जरिए एक समाधान निकालना है।
ट्रिब्यून ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से लिखा है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कश्मीर पर गहराई से वार्ता करने के लिए एक अपने विश्वासपात्र लोगों के जरिए एक माध्यम का प्रयोग कर सकते हैं।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता के दौरान विदेश सचिवों की ओर से कश्मीर मुद्दे के अलावा शांति और सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया जा सकता है।
सूत्रों के मुताबिक विदेश सचिवों की ओर से कश्मीर का मुद्दा अहम होगा लेकिन उनका मकसद दोनों देशों के बीच एलओसी पर तनाव कम करने के लिए भरोसे का माहौल तैयार करना भी होगा।