ट्रंप के ड्रोन हमलों से डरकर पाकिस्तान ने हाफिज सईद के एक और संगठन को किया बैन
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने मोस्ट वांटेंड आतंकी हाफिज सईद के समर्थन वाले संगठन तहरीक-ए-आजादी-जम्मू एंड कश्मीर को बैन कर दिया है। इस संगठन ने सईद के आतंकी संगठन जमात-उद-दावा (जेयूडी) का ही बैनर माना जाता है। जेयूडी वर्ष 2008 में हुए मुंबई हमलों के बाद सामने आया था। पाकिस्तान ने आठ जून को इस संगठन को बैन लिस्ट में शामिल कर लिया है। पाकिस्तान के नेशनल काउंटर टेररिज्म वाली वेबसाइट पर इस बात की जानकारी दी गई है। हालांकि पाक ने जेयूडी को सिर्फ निगरानी में शामिल किया है।
10 दिन पहले आई थी अहम खबर
इससे पहले पाकिस्तान ने जनवरी में हाफिज सईद को नजरबंद कर दिया था और जेयूडी को निगरानी लिस्ट में डाला था। विशेषज्ञ मान रहे हैं पाकिस्तान ने यह कदम ट्रंप प्रशासन के उस सख्त रवैये के बाद उठाया है जिसमें पाकिस्ता के खिलाफ एक्शन की बात कही गई थी। न्यूज एजेंसी रायटर्स की ओर से करीब 10 दिन पहले इस बात की जानकारी दी गई थी कि पाकिस्तान के ढीले रवैये को देखते हुए ही अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तय किया है कि वह खुद आतंकियों से निबटेंगे। राष्ट्रपति ट्रंप और उनका प्रशासन पाकिस्तान के आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए रेडी नजर आ रहा है। राष्ट्रपति ट्रंप ने पाकिस्तान पर होने वाली संभावित कार्रवाई के बारे में अपने प्रशासन से चर्चा की है। इसमें ड्रोन हमलों से लेकर, पाकिस्तान को मिलने वाली आर्थिक मदद तक बंद करने पर विचार हुआ है। यहां तक कि गैर-नाटो साथी के तौर पर पाकिस्तान का स्टेटस भी खत्म करने की संभावना पर विचार किया जा रहा है। जिस अधिकारी ने यह जानकारियां रायटर्स को दीं उसने नाम बताने से साफ इनकार कर दिया।
जनवरी में लगा था बैन
इससे पहले जनवरी में पाकिस्तान ने हाफिज सईद को उस समय नजरबंद किया जब व्हाइट हाउस की ओर से आधिकारिक तौर पर यह बयान आया कि पाकिस्तान को भी बैन देशों की लिस्ट में शामिल किया जा सकता है। राष्ट्रपति ट्रंप ने उस समय सात मुसलमान देशों से आने वाले नागरिकों को बैन कर दिया था। राष्ट्रपति ट्रंप के इस कदम से पाकिस्तान में भी एक बेचैनी महसूस की जा सकती थी क्योंकि राष्ट्रपति बनने के बाद यह ट्रंप का सबसे अहम फैसला था। उन्होंने उस समय एग्जिक्यूटिव ऑर्डर को साइन करने से पहले एबीसी न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में पाक की ओर कार्रवाई की तरफ इशारा भी किया था। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि मुसलमानों को बैन करने वाला बैन नहीं है बल्कि यह उन देशों को बैन करने वाला बैन होगा जहां पर आतंकवाद चरम पर है। इस बात से अंदाजा लगाया गया कि राष्ट्रपति ट्रंप, पाकिस्तान के नागरिकों पर भी सख्ती अपना सकते हैं। वह पहले भी पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ताकतों पर अपनी सख्त राय जाहिर कर चुके हैं।