सरकार ने इमरान खान पर शिकंजा कसा, इस मामले में हो सकते हैं गिरफ्तार!
पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ की मौजूदा सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की संपत्ति और आय की फोरेंसिक जांच करने का फैसला किया है।
इस्लामाबाद, 07 मई: पाकिस्तान में प्रधानमंत्री पद की कुर्सी गंवाने के बाद भी इमरान खान की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ की मौजूदा सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की संपत्ति और आय की फोरेंसिक जांच करने का फैसला किया है। पाकिस्तानी सरकार ने तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी केंद्रीय सचिवालय से जुड़े चार कर्मचारियों ताहिर इकबाल, मोहम्मद नोमान अफजल, मोहम्मद अरशाद तथा मोहम्मद रफीक के बैंक खातों की भी जांच करने का फैसला किया है।
चार कर्मचारियों के भी खाते खंगाले जाएंगे
जानकारी के मुताबिक इमरान खान की तहरीक ए इंसाफ पार्टी के इन चार कर्मचारियों के निजी खातों में भारी रकम आने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक से मांगा जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक इन सबूतों के आधार पर इनकी गिरफ्तारी भी की जा सकती है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक पीटीआई को 2013 से 2022 के बीच मिले कुल विदेशी चंदे का रिकॉर्ड भी मांगा जा रहा है। इन ब्यौरों की फोरेंसिक जांच स्वतंत्र लेखा परीक्षकों द्वारा कराई जाएगी। वही, फेडरल इंवेस्टिगेशन एजेंसी और फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू अपने स्तर से प्राप्त रिकॉर्ड के आधार पर कार्रवाई करेगी।
कई देशों से भी ली जाएगी मदद
इसके अलावा पाकिस्तान की सरकारी एजेंसी ने इंटरनेशनल फाइनेंशियल एजेंसी को पत्र लिखकर पीटीआई तथा पार्टी सुप्रीमों इमरान खान के अंतराष्ट्रीय खातों का रिकॉर्ड भी मांगने जा रही है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक पूर्व वित्त मंत्री इशाक डार के कार्यकाल के दौरान डेटा एक्सचेंज समझौता हुआ था जिसके तहत ये कार्रवाई होगी। इस करार के मुताबिक एफबीआर के पास विदेशी बैंकों से रिकॉर्ड लेने का कानूनी अधिकार है। सूत्रों के मुताबिक यूएस, यूके, नार्वे, फिनलैंड, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के साथ-साथ अन्य विदेशी खातों के रिकॉर्ड भी लिए जाएंगे।
इमरान खान पर चलेगा केस
संपत्ति और आय में किसी भी तरह की अनियमितता का इस्तेमाल पीटीआई के कट्टर प्रतिद्वंदी और मौजूदा पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) पार्टी द्वारा अपदस्थ प्रधानमंत्री पर आय से अधिक संपत्ति, भारी मात्रा में धन के अवैध प्रवाह का आरोप लगाने के लिए किया जा सकता है। क्रिकेटर से नेता बने इस इमरान खान ने 2018 में पाकिस्तान से भ्रष्टाचार को खत्म करने का वादा करते हुए आम चुनाव जीता था। वह पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री बने। लेकिन अपने पूर्ववर्ती प्रधानमंत्रियों का इतिहास बरकरार रखते हुए अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए और उन्हें बीते 9 अप्रैल को अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से सत्ता से हटा दिया गया।
इमरान ने जतायी थी आशंका
इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने आशंका जतायी थी कि उनके विरोधी उनके चरित्र की हत्या के लिए षडयंत्र रच सकते हैं। उन्होंने दावा किया कि विपक्षी उन्हें फंसाने के लिए कोई टेप बना रहे हैं। इसके लिए उन्होंने मटेरियल तैयार करने वाली कंपनियों को काम पर लगा रखा है। अपने विपक्षियों के बारे में बताते हुए इमरान ने कहा कि शहबाज और हमजा शरीफ जमानत पर हैं। फिलहाल मरियम भी जमानत पर बाहर है और नवाज शरीफ को दोषी ठहराया चुका है। उनके बेटे विदेश भाग गए हैं। तो उनके पास डिफेंस के लिए क्या होगा? यदि आप जमानत पर बाहर हैं तो आप किसी भी लोकतंत्र का हिस्सा नहीं बन सकते हैं, आपको कोई पद नहीं मिल सकता है।
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