मोदी का मुरीद हुआ पाकिस्तान का विपक्ष
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। हालांकि भारत-पाकिस्तान के संबंधों में इन दिनों खासा ठंडापन आया हुआ है, पर पाकिस्तान की प्रमुख विपक्षी पार्टी तहरीक ए इंसाफ आजकल नवाज शरीफ सरकार के खिलाफ आंदोलन में भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम का भरपूर इस्तेमाल कर रही है। तहरीक के नेता इमरान खान कह रहे हैं अपनी रैलियों में कि मोदी कितने ईमानदार शख्स हैं।
इमरान खान आम चुनावों में कथित धांधली और उसकी निष्पक्ष जांच न होने के विरोध में हो रही रैलियों में जनता को बता रहे हैं कि किस तरह से भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विदेशी बैंकों में पड़े देश के काले धन का लाने की मुहिम छेड़ रखी है। जबकि शरीफ देश के लूट रहे हैं।इमरान खान ने 16 दिसंबर को पूरे पाकिस्तान 'बंद' की घोषणा की है।
शरीफ सरकार पर निशाना
रविवार को इस्लामाबाद में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विरोध का ये सिलसिला चार दिसंबर को लाहौर से शुरू होगा और उसके बाद आठ दिसंबर को फैसलाबाद और 12 दिसंबर को कराची बंद होगा।
चुनावों में धांधली
प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार ने चुनाव में धांधली की जांच नहीं करवाई तो वह 'प्लान डी' पेश करेंगे जिसे सहन करने की ताकत शायद सत्ताधारी दल में नहीं होगी।
गौरतलब है कि इमरान खान ने जिस तारीख को देशव्यापी हड़ताल की घोषणा की है वह पाकिस्तान के इतिहास में एक काला दिन के रूप में याद रखा जाता है।16 दिसंबर 1971 को पूर्वी पाकिस्तान पश्चिमी पाकिस्तान से अलग होकर बांग्लादेश बन गया था।
गंभीर दौर में पाकिस्तान
पाकिस्तान मामलों के जानकार मानते हैं कि पाकिस्तान में इन दिनों जो कुछ हो रहा है, वह बेहद गंभीर है। हां, अच्छी बात यह है कि वहां पर किसी भारतीय नेता को एक बेहतर तरीके से पेश किया जा रहा है।