'रविवार को जो भी फैसला हो, मैं और मजबूत होकर आऊंगा', पीएम इमरान खान के संबोधन की बड़ी बातें
इस्लामाबाद, 31 मार्च। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान बुधवार को देश को संबोधित करने वाले थे लेकिन ऐन वक्त से कुछ समय पहले ही उनका संबोधन टाल दिया गया। अब एक दिन बाद गुरुवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने देश के नाम संबोधन दिया। पाकिस्तानी पीएम का ये संबोधन ऐसे वक्त हो रहा है जब उन्हें विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना है और कई सहयोगियों के साथ छोड़ने के बाद ये कहा जा रहा है कि उनका विश्वास मत हासिल कर पाना मुश्किल है।
इमरान खान ने मैं आज दिल की बात करने आया हूं। इमरान ने कहा कि पाकिस्तान मुझसे 5 साल बड़ा है। हम इस मुल्क की पहली जेनरेशन हैं।
इमरान खान ने पाकिस्तान का अमेरिका का हिमायती बनने को बड़ी गलती बताया। इमरान खान ने कहा कि मुशर्रफ का अमेरिका का हिमायती बनना बड़ी गलती थी। मैं आजाद विदेश नीति चाहता हूं। मैं भारत या किसी देश से विरोध नहीं चाहता।
कश्मीर
का
जिक्र
इमरान
ने
अपने
संबोधन
के
दौरान
एक
बार
फिर
से
कश्मीर
का
राग
अलापा।
इमरान
ने
कहा
"हमारी
विदेश
नीति
किसी
भी
मुल्क
के
खिलाफ
नहीं
है।
मैंने
सत्ता
में
आने
के
बाद
पहली
बार
भारत
के
खिलाफ
तब
बोला
जब
भारत
ने
कश्मीर
में
इंटरनेशनील
कानून
को
5
अगस्त
2019
को
तोड़ा
था।
कश्मीर
को
लेकर
भारत
से
हमारे
मतभेद
हैं।
370
हटने
से
पहले
मैंने
कभी
भी
भारत
के
खिलाफ
कुछ
नहीं
बोला।
उन्होंने
कहा
जब
कश्मीर
से
370
हटाया
गया
तो
मैंने
हिंदुस्तान
से
बात
की
पूरी
कोशिश
की।"
अमेरिका
से
आया
मैसेज
इमरान
खान
ने
कहा
कि
मुझे
हटाने
के
लिए
विदेशी
ताकतें
लगी
हैं।
पाकिस्तानी
राजनयिक
से
ये
कहा
गया
कि
अगर
इमरान
खान
पाकिस्तान
के
प्रधानमंत्री
रहेंगे
तो
आपको
दिक्कत
होगी।
इमरान
खान
ने
कहा
कि
वो
ये
भी
नहीं
बताते
कि
वो
क्यों
हटाना
चाहते
हैं
बस
वो
(विदेशी
ताकत)
ये
कहते
हैं
कि
इमरान
खान
को
हटना
होगा।
इमरान खान ने कहा 8 मार्च को अमेरिका से एक मैसेज आती है। ये जो एक आजाद मुल्क के लिए जिस तरह की हमें मैसेज आई है ये हमारी कौम के खिलाफ है। उस मैसेज में अविश्वास प्रस्ताव के बारे में लिखा है जबकि अभी अविश्वास प्रस्ताव लाया भी नहीं गया था। इसका मतलब है कि ये पहले से उन तक संदेश पहुंचा रहे थे।
उन्होंने कहा ये मैसेज पाकिस्तान के खिलाफ, पाकिस्तान की सरकार के खिलाफ नहीं है बल्कि इमरान खान है। वो (बाहरी ताकत) ये कहते हैं कि अगर इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास हो जाता है तो हम माफ कर देंगे। लेकिन अगर इमरान खान फेल नहीं होता है तो पाकिस्तान को मुश्किल का सामना करना पड़ेगा।
नवाज
शरीफ
पर
हमला
इमरान
खान
ने
भारतीय
पत्रकार
बरखा
दत्त
का
जिक्र
करते
हुए
कहा
कि
उनकी
किताब
में
लिखा
है
कि
नवाज
शरीफ
भारतीय
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
से
छिप-छिपकर
मिलते
थे।
इमरान
ने
कहा
कि
जब
नवाज
शरीफ
के
सामने
पाकिस्तानी
सेना
के
जनरल
का
अपमान
किया
जाता
था
तो
नवाज
शरीफ
चुप
होकर
सुनते
थे।
आखिरी
गेंद
तक
खेलूंगा-
इमरान
इमरान
खान
ने
रविवार
को
अविश्वास
प्रस्ताव
पर
होने
वाली
वोटिंग
को
लेकर
कहा
कि
रविवार
को
मुल्क
की
किस्मत
का
फैसला
होना
है।
इमरान
ने
कहा
कि
देश
देखेगा
कि
कौन
लोग
अपना
जमीर
बेच
रहे
हैं।
रविवार
को
जो
भी
फैसला
होगा
मैं
और
मजबूत
होकर
आऊंगा।
इमरान ने संबोधन में कहा "मुझे किसी ने कहा कि आप इस्तीफा दे दीजिए। जो मेरे साथ क्रिकेट खेलते थे उन्होंने देखा है कि मैं आखिरी गेंद तक मुकाबला करता हूं। मैंने हार कभी ज़िंदगी में नहीं मानी। जो भी नतीजा होगा उससे बाद मैं और ज्यादा ताकतवर होकर सामने आऊंगा, जो भी नतीजा हो।"
इमरान खान ने पाकिस्तान के लोगों को संबोधित करते हुए अविश्वास प्रस्ताव लाने वालों को गद्दार कहा। इमरान ने कहा के मुल्क के लोगों को रविवार को इन गद्दारों की शक्लें पहचान लेना। इमरान खान ने कहा कि वह सिर्फ अल्लाह के सामने सर झुकाते हैं और किसी के सामने नहीं झुकेंगे।
"रविवार को वोट(पाकिस्तान नेशनल असेंबली में) डाली जाएगी। इस रविवार को इस मुल्क़ का फैसला होने वाला है कि ये मुल्क़ अब किस तरफ जाएगा। क्या वही गुलाम नीति, भ्रष्ट लोग जिन पर 30 साल से भ्रष्टाचार के आरोप हैं।"
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