पाकिस्तान ने किया गौरी मिसाइल का सफल टेस्ट, सेना का दावा टेस्ट का मकसद शांति कायम करना
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की आर्मी स्ट्रैटेजिक फोर्स कमांड (एएसएफसी) ने सोमवार को परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम गौरी मिसाइल का ट्रेनिंग लॉन्च किया है। पाकिस्तान के पास यह इकलौती ऐसी मिसाइल है जो लिक्विड फ्यूल है और बैलेस्टिक क्षमता से लैस है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की ओर से इस मिसाइल के टेस्ट पर सेना को बधाई दी है। पाकिस्तान सेना की इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस की ओर से बयान जारी कर इसकी पुष्टि की गई।
साल 1998 में हुई थी लॉन्च
पाकिस्तान मिलिट्र की ओर से बयान में कहा गया है, 'सेना की तैयारियों को परखने के मकसद से गौरी मिसाइल सिस्टम का ट्रेनिंग लॉन्च किया गया जो सफल रहा।' गौरी मिसाइल पारपंरिक और परमाणु हथियारों को ले जाने में सक्षम है। साथ ही यह मिसाइल 1300 किलोमीटर तक की दूरी का लक्ष्य भेद सकती है। इस मिसाइल को साल 1998 में पहली बार लॉन्च किया गया था। इसके बाद से इसमें कई बदलाव हुए हैं। मिसाइल को इसकी हाई एक्यूरेसी के लिए जाना जाता है। पाकिस्तान मिलिट्री का दावा है कि मिसाइल का टेस्ट क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए किया गया है। ये भी पढ़ें-ग्वादर पोर्ट में सऊदी निवेश से चीन-पाक में होगी दुश्मनी