पाकिस्तान की इमरान सरकार ने करतारपुर कॉरिडोर के लिए दिए 100 करोड़ रुपए
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इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सरकार ने करतारपुर कॉरिडोर के लिए 100 करोड़ रुपए की रकम आवंटित की है। सरकार की तरफ से सालान बजट के दौरान इस रकम का ऐलान किया गया। करतारपुर कॉरिडोर, भारत के पंजाब के गुरदासपुर में स्थित डेरा बाबा नानक को गुरुद्वारा दरबार साहिब से जोड़ेगा। यह पाकिस्तान के पंजाब में स्थित है। जीओ न्यूज की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है। पाकिस्तान सरकार की ओर से कहा गया है कि फंड को जमीन के अधिग्रहण के अलावा इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए भी प्रयोग किया जाएगा।
सिखों के लिए बेहद पावन है करतारपुर
इस कॉरिडोर को पब्लिक सेक्टर डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत डेवलप किया जाएगा। भारत और पाकिस्तान के इस ज्वॉइन्ट प्रोजेक्ट का मकसद सिख श्रद्धालुओं को दोनों धार्मिक स्थलों के लिए वीजा फ्री दर्शन की अनुमति देना है। पाकिस्तान में स्थित गुरुद्वारा साहिब सिखों के लिए एक पावन स्थल है। यहां पर सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक का निधन सन् 1539 में हुआ था। माना जा रहा है कि इस वर्ष नवंबर तक कॉरिडोर शुरू हो सकता है। इमरान खान की सरकार की ओर से जो आंकड़े रिलीज किए गए हैं उनके मुताबिक इस प्रोजेक्ट से पाक की धार्मिक मामलों के मंत्रालय पर करीब 300 करोड़ रुपए की लागत आएगी।
पाकिस्तान, जहां बॉर्डर से लेकर करतारपुर तक कॉरिडोर का निर्माण कर वहीं भारत की ओर से भी निर्माण कार्य जारी है। सूत्रों की मानें तो चार किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर का 50 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया है। 26 नवंबर 2018 को भारत के उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू ने इस कॉरिडोर की नींव गुरदासपुर के मान गांव में रखी थी। दो दिनों बाद 28 नवंबर को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तान में प्रोजेक्ट को हरी झंडी दी। भारतीय सीमा में आने वाले पंजाब के मंत्री विजेंद्र सिंगला का कहना है कि भारत की तरफ से कॉरिडोर का काम 30 सितंबर तक पूरा हो जाएगा।