पाक में बड़ी राजनीतिक पारी की ओर बिलावल भुट्टो, बनेंगे विपक्ष के नेता
पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के बेटे हें बिलावल भुट्टो। ऑक्सफोर्ड गेजुएट बिलावल विपक्ष के प्रभावी नेता खुर्शीद शाह को रिप्लेस कर सकते हैं।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने पार्टी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो को विपक्ष का नेता बनाने का फैसला किया है। फिलहाल पाकिस्तान नेशनल एसेंबली में पार्टी के 64 वर्षीय खुर्शीद शाह नेता विपक्ष हैं। अगर ऐसा होता है तो फिर बिलावल के लिए यह बड़े स्तर पर राजनीतिक पारी का आगाज होगा।
पार्टी का युवा चेहरा बिलावल
खुर्शीद शाह ने जानकारी दी कि पार्टी बिलावल को विपक्ष के नेता के तौर पर देखना चाहती है। पार्टी के चेयरमैन और बिलावल के पिता आसिफ अली जरदारी ने बताया था कि बिलावल सिंध के लरकाना में होने वाले उप-चुनावों में उतरेंगे। अगर वह जीतते हैं तो फिर उन्हें विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी दी जाएगी। हालांकि शाह की मानें तो वह बिलावल को जरूरत पड़ने पर सलाह-मशविरा देते रहेंगे। शाह के मुताबिक बिलावल पीपीपी के चेयरमैन हैं और जरूरत पड़ने पर वह हमेशा विपक्ष की भूमिका के लिए रेडी रहेंगे। पीपीपी के नेता मानते हैं कि 28 वर्षीय बिलावल अपनी मां बेनजीर भुट्टो की तरह ही बहादुर हैं। हालांकि उनके पास संसदीय राजनीति का कोई अनुभव नहीं है और इसमें कोई नुकसान की बात नहीं हैं। वे इसके पीछे बेनजीर का तर्क देते हैं। वे कहते हैं कि जूनियर होने के बाद भी बेनजीर ने राजनीतिक पारी शानदार ढंग से निभाई।
जब पीएम मोदी को दी बिलावल ने चुनौती
बिलावल ने लंदन में स्थित दुनिया की प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है। बिलावल अप्रैल 2012 में अपने वालिद आसिफ अली जरदारी के साथ भारत आए थे और यहां पर वह अजमेर ख्वाजा की दरगाह पर गए थे। सितंबर 2014 में बिलावल ने पीओके में एक रैली की थी। इस रैली में बिलावल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती दी थी। उन्होंने कहा था कि कश्मीर का एक-एक इंच पाकिस्तान का है और वह हर हाल में उसे हासिल करके रहेंगे। अपने इस बयान के बाद से ही बिलावल पाक की राजनीति में पूरी तरह से सक्रिय नजर आने लगे। सितंबर में सर्जिकल स्ट्राइक के बाद जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई थी तो उस समय भी बिलावल पार्टी की ओर से मीटिंग में शामिल हुए थे।