पाकिस्तान के मजदूर ने लौटाए सोने के झुमके, तीन साल पहले हुए थे गुम
इस्लामाबाद। कैश क्रंच से जूझते पाकिस्तान में एक ऐसे मजदूर ने ईमानदारी का पाठ सबको पढ़ाया जो कई लोगों के लिए आदर्श साबित हो सकता है। इस मजदूर ने सोने के झुमकों को बिल्कुल उसी हालत में मालिक को लौटा दिए, जिस हालत में तीन वर्ष पहले खोए थे। ट्विटर पर इस कहानी को यूजर जीशान खट्टक ने शेयर किया है और जब से जीशान ने यह कहानी शेयर की है लोग मजदूर की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि भारत में भी यह मजदूर तारीफ बटोर रहा है।
साल 2015 में गुम हुए थे झुमके
ट्विटर यूजर जीशान के मुताबिक एक व्यक्ति ने उनके घर के सामने स्थित प्लॉट पर काम कर रहा था। यह व्यक्ति उनके पास आया और उनसे पूछा कि क्या कभी उनका सोने का बना सामान गुम हुआ था। जीशान ने लिखा है, 'आज किसी ने घर का दरवाजा खटखटाया। मेरे भाई ने दरवाजा खोला और इस मजदूर ने उससे पूछा कि क्या कभी हमारा सोने का कोई सामान गुम हुआ है?' जीशान ने लिखा है कि उस समय प्लॉट पर काम चल रहा था। मजदूर का सवाल सुनने के बाद खट्टक के भाई ने जवाब दिया कि साल 2015 में सोने के झुमकों का एक जोड़ा गुम हो गया था।
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ईनाम लेने से भी किया इनकार
खट्टक के भाई का जवाब सुनने के बाद मजदूर ने अपनी जेब से झुमके निकाले और परिवार को सौंप दिए। मजदूर कौन था इसकी पहचान नहीं हो सकी है। उसकी ईमानदारी से प्रभावित होकर जीशान के परिवार ने उसे ईनाम देना चाहा लेकिन उसने ईनाम लेने से मना कर दिया। इस मजदूर की कहानी ट्विटर की वजह से वायरल हो रही है और इस मजदूर के लिए तालियां बज रही हैं।
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मजदूर ने ईनाम पर क्या दिया जवाब
जीशान ने लिखा है उस मजदूर को पैसे देने की कोशिश की लेकिन उसने लेने से मना कर दिया। फिर उसकी जेब में जबर्दस्ती पैसे रखने की कोशिश की। उसने फिर उसी जोश से पैसे लौटा दिए। मजदूर ने बस इतना जवाब दिया, 'मैं खुदा के ईनाम का इंतजार करूंगा।' खट्टक ने यह बात उस ट्वीट के जवाब में लिखी है जिसमें उनसे पूछा गया था कि क्या उन्होंने इस मजदूर को ईनाम देने की कोशिश की थी।