वाहन चेकिंग के दौरान हार्ट अटैक से युवक की मौत, पिता ने बताया घटना का पूरा सच
नोएडा। नए मोटर व्हीकल एक्ट के लागू होने के बाद जहां आम लोगों का भारी-भरकम चालान काटा जा रहा है, वहीं उत्तर प्रदेश के नोएडा में सॉफ्टवेयर कंपनी में कार्यरत एक युवक की मौत हो गई। घटना के तीन दिन बाद मृतक गौरव के पिता मूलचंद शर्मा ने घटना का पूरा सच बताया है। उन्होंने कहा, "उनके बेटे की मौत की वजह पुलिसकर्मी का व्यवहार और बदसलूकी थी। जिसकी वजह से उनका बेटा सदमें में आ गया और उसकी मौत हो गई"। बता दें कि इस हादसे के चलते गौरव की छह साल की मासूम बेटी ताशी के सिर से पिता का साया उठ गया है।
पुलिसकर्मी ने चलती गाड़ी पर डंडे बजाने शुरू कर दिए
मूलचंद शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि "शनिवार को वह अपने परिवार के साथ घर से इंदरापुरम जा रहे थे। जैसे ही वह सेक्टर 62 से एनएच-24 पर पहुंचे तभी वहा खड़े ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने चिल्लाना शुरू कर दिया। गाड़ी रोको-गाड़ी रोको"। उन्होंने बताया कि "गाड़ी सड़क के बीच में थी एकदम नहीं रुक सकती थी। आगे-पीछे वाहन थे। इसके बाद ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने चलती गाड़ी पर डंडे बजाने शुरु कर दिए। पुलिसकर्मी से पूछा की आप को क्या चाहिए, तो उसने कहा मुझे कागज चाहिए"।
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पुलिसकर्मी ने की बदसलूकी
मूलचंद शर्मा ने "पुलिसकर्मी से गाड़ी को साइड में लगाने के लिए कहा, लेकिन पुलिसकर्मी ने फोन से गाड़ी का वीडियो बनाना शुरू कर दिया और धमकी देने लगा। पुलिसकर्मी ने कहा कि अब अपना चालान कोर्ट में जाकर भरना। साथ ही पुलिसकर्मी ने अभद्रता करनी शुरु कर दी"। उन्होंने बताया कि बेटे गौरव ने गाड़ी को साइड में लगाया और नीचे उतरने लगा, लेकिन वह पुलिसकर्मी की बातों से इतना परेशान हो गया था कि वह जमीन पर गिर पड़ा। उन्होंने बताया कि गौरव को गाड़ी में बैठाया और एक सज्जन की मदद से अस्पताल लेकर पहुंचे। लेकिन डॉक्टर ने देखने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि मुझे गाड़ी चलानी नहीं आती थी, इसलिए वहां किसी की मदद से अस्पताल पहुंचे थे।
पुलिसकर्मी ने नहीं की मदद
उन्होंने कहा, "नए नियमों और पुलिस की वजह से उन्होंने अपने अपना बेटा खोया है'। उसकी 5 साल की बच्ची है। मेरी उम्र 65 साल है। अब इस बच्ची को कौन पालेगा। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी की धमकी की वजह से उनके बेटे की मौत हुई है"। साथ ही पुलिस के डायबिटिक वाले बयान पर कहा कि "मुझे, मेरे बड़े भाई को या हमारे परिवार में किसी को भी हार्ट अटैक और डायबिटिक का केस नहीं है"। उन्होंने कहा कि अगर किसी को कोई बीमारी है भी तो क्या पुलिस उसके साथ ऐसा व्यवहार करेगी। उन्होंने बताया कि, "जब मेरे बेटे की तबीयत खराब हो रही थी तो उस समय ट्रैफिक पुलिसकर्मी मौके से भाग गया। किसी पुलिसकर्मी ने हमारी कोई मदद नहीं की"।
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