नोएडा में फंसा था बेटा, एक ट्वीट पर डायल-112 ने 400 km दूर पिता के पास पहुंचाईं दवा
नोएडा। देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए 3 मई तक के लिए लॉकडाउन को बढ़ा दिया गया। लॉकडाउन के दूसरे फेज में भी सड़क और रेल यातायात बंद है। वहीं, लॉकडाउन का पालन कराने के साथ पुलिस लोगों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए उनकी मदद को आगे आ रही है। बता दें कि सिर्फ एक ट्वीट के पर यूपी पुलिस 400 किलोमीटर दूर कैंसर की दवाई लेकर पहुंची। यूपी पुलिस के इस जज्बे की हर ओर सराहना हो रही है।
क्या है मामला
जानकारी के मुताबिक, लॉकडाउन की वजह से एक युवक नोएडा के सेक्टर-128 में फंसा हुआ था। कन्नौज में उसके बीमार पिता दवाइयों के लिए जूझ रहे थे। उनकी दवाइयां खत्म हो गई थी और कन्नौज में नहीं मिल रही थीं। बेटा बहुत परेशान था। तभी उसके दोस्त ने यूपी पुलिस को ट्वीट किया और दवा खत्म होने की जानकारी दी। ट्वीट में लिखा कि उसके दोस्त के पिता कन्नौज में रहते हैं और वहां दवा नहीं मिल रही है। सूचना पर तत्काल संज्ञान लेते हुए पीआरवी 4667 ने कॉलर से सम्पर्क साधा और लखनऊ स्थित 112 मुख्यालय में बात की।
यूं नोएडा से कन्नौज पहुंची दवाई
इस ट्वीट को डायल-112 के मीडिया प्रभारी ने संज्ञान में लिया। गौतम का नंबर लेकर बात की और दवाई का पर्चा मंगवाया। वह पर्चा डायल-112 मुख्यालय से नोएडा आई एक पीआरवी पर भिजवाकर गाजियाबाद से दवाइयां खरीदवाई। इसके बाद गाजियाबाद से मुख्यालय के लिए निकली पीआरवी ने कन्नौज की पीआरवी से संपर्क कर आगरा एक्सप्रेसवे के किनारे उसे दवाइयां दीं। कन्नौज की पीआरवी पर तैनात पुलिसकर्मी गौतम के पिता के पास दवाई लेकर पहुंचे। पुलिस के इस रूप को देखकर गांव वाले भी हैरान रह गए।
पीआरवी ऑफ डे रही
वहीं, दवा पाकर पीड़ित और कॉलर ने पुलिस प्रशासन का शुक्रिया किया है। दोनों जिलों की पीआरवी ऑफ डे रही है। इस काम में कमांडर गौरव यादव, अशोक कुमार, सब कमांडर रमेश कुमार, पायलट शानू कुमार व अनिल कुमार का विशेष योगदान रहा है। बता दें कि इससे पहले जिला पुलिस कई बार लोगों की मदद कर चुकी है। लॉकडाउन की शुरुआत में ही ग्रेटर नोएडा पुलिस ने एक ऐसी छात्रा को गुरुग्राम स्थित उसके घर पर पहुंचाया था, जो यहां पर अकेली रह गई थी।
ये भी पढ़ें:- कोरोना संकट के बीच दुबई में फंसी संजय दत्त की फैमिली, कहा- जेल की याद दिला रहे हैं ये दिन