AIADMK में 'नई डील', फिर से सीएम बनेंगे पन्नीरसेल्वम
जो नया फार्मूला सामने आ रहा है उसके तहत पन्नीरसेल्वम को मुख्यमंत्री पद दी जा सकती है, जबकि वर्तमान सीएम इ के पलानीसामी पार्टी के महासचिव का पद संभाल सकते हैं।
नई दिल्ली। एक बार फिर से पन्नीरसेल्वम तमिलनाडु के सीएम बन सकते है। खबर है कि AIADMK में पन्नीरसेल्वम और पलानीसामी गुट एक साथ आ सकते हैं। जो नया फार्मूला सामने आ रहा है उसके तहत पन्नीरसेल्वम को मुख्यमंत्री पद दी जा सकती है, जबकि वर्तमान सीएम इ के पलानीसामी पार्टी के महासचिव का पद संभाल सकते हैं।अब तक यह पद शशिकला संभाल रहीं थी जो फिलहाल जेल में हैं।
नए डील पर बन गई है बात
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक दोनो गुटों के बीच नए डील पर बात बन गई है और पलानीसामी पन्नीरसेल्वम के लिए सीएम पद छोड़ने को भी राजी हो गए हैं।बहुत जल्द ही दोनों गुटों के वरिष्ठ नेताओं के बीच अनौपचारिक बातचीत भी शुरु होने वाली है। विलय वार्ता के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य आर वैथीलिंगम की अगुवाई में एक समिति का गठन हुआ है।अन्नाद्रमुक मुख्यालय पर मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली बैठक में यह निर्णय लिया गया जिसमें वरिष्ठ मंत्री और अन्य नेता भी शामिल थे।स्थानीय प्रशासन मंत्री एस.पी वेलुमणि ने कहा कि विलय वार्ता के लिए वैथीलिंगम की अगुवायी में एक समिति का गठन किया गया है लेकिन उन्होंने समिति के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी नहीं दी।उन्होंने बताया, 'मुख्यमंत्री ने कहा कि वैथीलिंगम यहां पार्टी कार्यालय में होंगे। हम जरूरत पड़ने पर उनके पास जाएंगे। जहां तक हमारा सवाल है हम 'दो पत्ती' वाला चिह्न हासिल करना चाहते हैं और एकजुट रहना चाहते हैं।'
AIADMK में एकता जरूरी
वेलुमणि ने कहा कि गुट में सबको यह लग रहा है कि एमजीआर द्वारा स्थापित की गई और अम्मा द्वारा आगे ले जायी गई पार्टी में एकता होनी चाहिए।इससे पहले विलय वार्ता के लिए अपना रूख कड़ा करते हुए पन्नीरसेल्वम गुट ने शुक्रवार मांग की थी कि पलानीस्वामी के नेतृत्व वाला धड़ा शशिकला और दिनाकरन के अलावा उनके परिवार के 30 अन्य सदस्यों को पार्टी से औपचारिक तौर पर बर्खास्त करें।
कैबिनेट से इनकी हो सकती है छुट्टी
खबर ये भी है कि सी विजय भास्कर जिनके घर इंकम टैक्स का छापा पड़ा था उनको कैबिनेट से हटाया जा सकता है तो वही पूर्व मंत्री और विधायक सेंथिल बालाजी के साथ दो अन्य चेहरों को मंत्री बनाया जा सकता है।
AIADMK में दो गुट की नौबत क्यो आई ?
जयललिता की मौत के 65वें दिन AIADMK में बगावत हो ही गई थी। दरअसल जयललिता ने अपनी तबीयत खराब होने के बाद पन्नीरसेल्वम को राज्य का सीएम बनाया था। जब जयललिता का निधन हो गया तब शशिकला खेमा एक्टिव हुआ और पन्नीरसेल्वम को इस्तीफा देना पड़ा। इस बीच शशिकला को पार्टी का जनरल सेक्रेटरी बना दिया गया। इसी के बाद पन्नीरसेल्वम ने शशिकला के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उन्होंने दावा किया था- "मुझसे जबर्दस्ती इस्तीफा लिया गया। अगर तमिलनाडु के लोग चाहेंगे तो मैं इस्तीफा वापस लेने को तैयार हूं।"उन्होंने बताया था कि मुझे पोएस गार्डन बुलाया। वहां पार्टी नेताओं ने कहा कि शशिकला को सीएम बनाने के लिए इस्तीफा दे दूं। इससे पहले वे करीब 40 मिनट तक जयललिता की समाधि पर मौन बैठे रहे थे। बाद में हाई ड्रामा के बीच शशिकला खेमा ने विधानसभा में अपना बहुमत साबित किया था
जेल में हैं शशिकला
शशिकला को बेहिसाब प्रॉपर्टी (डिसप्रपोर्शनेट एसेट-DA) मामले में जेल में हैं। बता दें कि फरवरी में सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले को खारिज करते हुए ट्रायल कोर्ट के 4 साल की सजा के फैसले को बरकरार रखा था। साथ ही 10 करोड़ जुर्माना लगाया था।फैसले के साथ ही शशिकला का पॉलिटिकल करियर एक तरह से खत्म हो गया है। 4 साल की सजा पूरी करने के बाद वे 6 साल तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगी। इस तरह 10 साल तक चुनावी राजनीति से बाहर रहेंगी। बता दें कि कर्नाटक हाईकोर्ट ने इसी केस में शशिकला और जयललिता को 2015 में बरी कर दिया था।