राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की किताब को लेकर कोर्ट में मुकदमा
दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में दाखिल लॉ सूट में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की किताब टर्बुलेंट इयर्स 1980-1996 के कुछ अंशों पर आपत्ति जताई गई है।
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के खिलाफ दिल्ली की एक अदालत में लॉ सूट दाखिल किया गया है। पूरा मामला राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की लिखी एक किताब से जुड़ा हुआ है।
राष्ट्रपति की किताब के कुछ अंश पर विवाद
दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में दाखिल लॉ सूट में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की किताब टर्बुलेंट इयर्स 1980-1996 के कुछ अंशों पर आपत्ति जताई गई है। साथ ही इन अंशों को किताब से हटाने की मांग की गई है।
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वकीलों के एक समूह ने इस सिविल सूट को दायर किया है। उनकी मांग है कि प्रणब मुखर्जी की किताब में राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद के संबंध में कई ऐसी बातें हैं जिन्हें हटाया जाना चाहिए।
उन्होंने इन टिप्पणियों पर सवाल उठाए हैं। किताब में लिखी बातों से हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई हैं।
राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद से जुड़ा है मामला
ऐसे में सिविल सूट दायर करने वाले वकीलों के समूह ने कोर्ट से अपील की है कि कोर्ट ही किताब की उन टिप्पणियों को गलत करार दे।
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साथ ही कोर्ट की ओर से राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को आदेश दिया जाए कि वो अपनी किताब से उन आपत्तिजनक टिप्पणियों को हटाए। साथ ही लोगों की जानकारी के लिए उनकी ओर से एक पब्लिक नोटिस जारी की जाए।
जिन लोगों ने ये केस दायर किया है उनमें चार वकील और एक समाजसेवक हैं। इस मामले में आज सुनवाई हो सकती है। इस सूट को दायर करने वाले वकील विष्णु जैन की ओर से बताया गया कि राष्ट्रपति की किताब में बाबरी मस्जिद विध्वंस को लेकर कुछ टिप्पणियां की गई हैं, जो ठीक नहीं है। इसी के खिलाफ ये सूट दायर किया गया है।