दिल्ली: दंगे में चले ईंट-पत्थरों से नगर निगम करेगा सड़क निर्माण, 700 टन से ज्यादा कूड़े से बनाई जाएगी टाइल्स
दिल्ली। उत्तर पूर्वी दिल्ली के दंगा प्रभावित इलाके में मिले ईंट-पत्थरों का इस्तेमाल पूर्वी दिल्ली नगर निगम टाइल्स समेत अन्य सामान बनाने में करेगी। शिव विहार, यमुना विहार, भजनपुरा, अशोक नगर, कबीर नगर, करावल नगर और कदमपुरी जैसे हिंसा प्रभावित इलाकों में सड़कों की सफाई कर नगर निगम के कर्मचारियों ने ईंट-पत्थरों को जमा किया है।
700 टन से ज्यादा पत्थरों का मलबा
नगर निगम के कर्मचारियों ने 700 टन से ज्यादा ईंट-पत्थरों के मलबे को इकट्ठा किया है। उत्तरी-पूर्वी दिल्ली के शिव विहार समेत अन्य हिंसा प्रभावित इलाके की गलियों और मुख्य सड़कों की सफाई कर नगर निगम ने मलबों को जमा किया और उसे शास्त्री पार्क स्थित कूड़ा निस्तारण प्लांट में भेज दिया है ताकि इससे सड़क निर्माण में इस्तेमाल होने वाली सामग्री बनाई जा सके।
तैयार की जाएगी सड़क निर्माण की सामग्री
पूर्वी दिल्ली नगर निगम में वरिष्ठ अधिकारी ने इस बारे में टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा कि पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने सूचना दी कि सड़कों व गलियों में ईंट-पत्थरों के होने से लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है जिसके बाद उसे हटाने के लिए कर्मचारियों को भेजा गया। अधिकारी ने बताया कि नगर निगम हर रोज 500 टन से ज्यादा ऐसे कूड़े को जमा करता है जिससे सड़क निर्माण की सामग्री तैयार की जाती है। दंगा प्रभावित इलाकों से महज दो दिन के अंदर 700 टन से ज्यादा ईंट-पत्थर जमा किए गए।
जली हुई गाड़ियां हटाईं
आधिकारिक रिपोर्ट में बताया गया है कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने हिंसा प्रभावित इलाकों से 456 जली हुई गाड़ियों को हटाकर दिल्ली पुलिस के निर्देश पर ऐसी जगह भेज दिया है जहां प्रॉपर्टी से जुड़े मामलों का निपटारा किया जाता है। अधिकारी ने कहा कि हिंसा के दौरान कूड़ा जमा करने वाली गाड़ियों को इलाके में जाने से पुलिस ने रोक दिया था। सुरक्षा के मद्देनजर कर्मचारियों को उन इलाकों में जाने नहीं दिया गया था। कर्मचारी भी वहां जाने से डर रहे थे। इलाके की कुछ गलियों और नालों में अभी भी कूड़ा है जिसको जल्दी ही साफ कर लिया जाएगा।
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