Vikas Divyakirti : 1st अटेम्प्ट में UPSC पास की, गृह मंत्रालय की नौकरी छोड़ खोली 'अफसर बनाने वाली फैक्ट्री'
नई दिल्ली, 16 मई। आईएएस बनना और वो भी पहले प्रयास में। फिर सालभर में ही नौकरी छोड़ दी जाए तो आश्चर्य होना लाजिमी है। अब उसी शख्स ने 'अफसर बनाने वाली फैक्ट्री' खोल रखी है। नाम है डॉ. विकास दिव्यकीर्ति। यूपीएससी की तैयारी करने वाले लाखों अभ्यर्थी इनके मुरीद हैं।
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति 'दृष्टि आईएएस'
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति पूर्व आईएएस होने के साथ-साथ देश की जानी मानी कोचिंग संस्थान 'दृष्टि आईएएस' के मालिक हैं। ये अपने जुदा अंदाज में पढ़ाने और किसी मुद्दे को बहुत विस्तार से समझाने में माहिर हैं। सोशल मीडिया पर छाए रहते हैं गूगल सर्च में भी विकास दिव्यकीर्ति के बारे में तमाम सवाल पूछे जाते हैं। आज हम आपको उन्हीं सवालों के जवाब दे रहे हैं।
विकास दिव्यकीर्ति की जीवनी
- 26 दिसंबर 1973 को हरियाणा में जन्मे विकास दिव्यकीर्ति की रुचि विविध विषयों को पढ़ने और अनुसंधान करने में रही है।
- विकास दिव्यकीर्ति ने दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास विषय में बीए (ऑनर्स) किया। उसके बाद विषय-परिवर्तन करके हिन्दी साहित्य में एमए, एमफिल तथा पीएचडी की पढ़ाई की।
- विकास दिव्यकीर्ति ने समाजशास्त्र तथा जन-संचार विषयों में एमए किया तथा विधि की पढ़ाई करते हुए एलएलबी की डिग्री ली।
- Dr. vikas divyakirti हिन्दी साहित्य से यूजीसी नेट/जेआरएफ तथा समाजशास्त्र से नेट की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं। अनुवाद कार्य में भी उनकी गंभीर रुचि रही है।
Dr. vikas divyakirti ने दिल्ली विश्वविद्यालय पीजी डिप्लोमा किया
- Dr. vikas divyakirti ने दिल्ली विश्वविद्यालय तथा भारतीय विद्या भवन दोनों संस्थाओं से अंग्रेज़ी-हिन्दी अनुवाद में पीजी डिप्लोमा किया है।
- दर्शनशास्त्र, मनोविज्ञान, सिनेमा अध्ययन, सामाजिक मुद्दे और राजनीति विज्ञान (विशेषतः भारतीय संविधान) विकास दिव्यकीर्ति की रुचि के अन्य विषय हैं।
- डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने अपने व्यावसायिक जीवन की शुरुआत दिल्ली विश्वविद्यालय में अध्यापन-कार्य से की थी।
साल 1999 में दिल्ली के मुखर्जी नगर में 'दृष्टि आईएएस' कोचिंग इंस्टीट्यूट की स्थापना
- इसके बाद साल 1996 की सिविल सेवा परीक्षा में भाग्य आजमाया। अपने पहले प्रयास में सफलता हासिल की और आईएएस बने गए।
- आईएएस के रूप में विकास दिव्यकीर्ति ने लगभग एक वर्ष तक भारत सरकार के गृह मंत्रालय में कार्य किया। उसके बाद वे अपने पद से त्यागपत्र देकर फिर से शिक्षण के क्षेत्र में उतरे।
- आईएएस की नौकरी छोड़ने के बाद विकास दिव्यकीर्ति ने साल 1999 में दिल्ली के मुखर्जी नगर में 'दृष्टि आईएएस' कोचिंग इंस्टीट्यूट की स्थापना की, जो यूपीएससी की तैयारी करवाने वाली टॉप कोचिंग संस्थानों में से एक है।
विकास दिव्यकीर्ति और तरुणा वर्मा की शादी साल 1998 में हुई
- वर्तमान में 'दृष्टि आईएएस' कोचिंग संस्थान का मुख्यालय मुखर्जी नगर दिल्ली में और यूपी के प्रयागराज व जयपुर में इसकी शाखा हैं।
-
विकास
दिव्यकीर्ति
की
शादी
डॉ.
तररुणा
वर्मा
से
हुई।
तरुणा
दृष्टि
आईएएस
कोचिंग
संस्थान
की
निदेशक
हैं।
- विकास दिव्यकीर्ति और तरुणा वर्मा की शादी साल 1998 में हुई है। इनके बेटे का नाम सात्विक दिव्यकीर्ति है।
Dr. Vikas Divyakirti Salary Net Worth
वेबसाइट woodgram.com के अनुसार डॉ. विकास दिव्यकीर्ति की कुल सम्पति दो से तीन करोड़ रुपए है। ये अपने संस्थान से हर साल दो से पांच लाख रुपए की सैलरी भी लेते हैं।
डॉ विकास दिव्यकीर्ति के यूट्यूब चैनल
डॉ विकास दिव्यकीर्ति ने वर्ष 2017 में अपने दो यूट्यूब चैनल शुरू किए। एक यूट्यूब चैनल का नाम drishti IAS और दूसरे का नाम यूट्यूब चैनल drishti IAS English है। drishti IAS के 8.34m सब्सक्राइबर हैं।
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