इमोशनल स्पीच के साथ केजरीवाल ने जीत लिया सदन का भरोसा
कांग्रेस के खिलाफ वोट मांगकर सत्ता में आई केजरीवाल ने जब कांग्रेस का समर्थन लिया तो लोगों के बीच उनकी खूब किरकिरी हुई। भाजपा को मुद्दा मिल गया तो कांग्रेस के विधायक भी इसके खिलाफ हो गए। कांग्रेस में बगावत देखकर लगा कि सदन में आप की सरकार बहुमत साबित नहीं कर पाएंगे, लेकिन जब महज 48 घंटों में केजरीवाल ने दिल्ली की दिलों को जीतकर अपने अहम वागों को पूरा करते हुए बिजली सस्ता और पानी फ्री कर दिया तो कांग्रेस के लिए भी आप के खिलाफ जाना जान जोखिम में डालने के बराबर लगने लगा।
सदन की शुरुआत के साथ ही अरविंद ने इमोशनल भाषण शुरु कर दिया। उनके दिल की आवाज निकली तो सब सन्न रह गए। आम आदमी से खुद को जोड़कर अरविंद ने इमोशनल स्पीच दिया। 70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा में विश्वास मत के पक्ष में 37 वोट पड़े। अरविंद केजरीवाल ने अपने भाषण की शुरुआत सबको नए साल की बधाई देकर की। उन्होंने सदन को भरोसा दिलाया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई होगी। अपने भाषण में केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी का मकसद सिर्फ सरकार बनाने का नहीं है। बल्कि जनता के कुछ मुद्दे हैं जिनपर सबको साथ आने की जरूरत है।
केजरीवाल ने कहा कि देश का हर ईमानदार शख्स आम है और हर बेईमान खास। उन्होंने कहा कि झुग्गी में रहने वाले भी आम हैं और ग्रेटर कैलाश के आलीशान मकान में रहने वाले शख्स भी आम। उन्होंने एकबार फिर से कहा कि देश की राजनीति भ्रष्ट हो चुकी है और इसके लिए जिम्मेदार है भ्रष्ट राजनेता। उन्होंने कहा कि राजनेता ने आम लोगों की सुननी छोड़ है। केजरीवाल ने अपनी जीत को भगवान का आशीर्वाद बताते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी की जीत से साबित हो गया है कि भगवान होते है। केजरीवाल ने कहा कि देश से वीआईपी कल्चर खत्म करने की जरूरत है। सख्त लोकायुक्त कानून की बात करते हुए केजरीवाल ने कहा कि 15 दिनों के भीतर सख्त लोकायुक्त कानून लाएगे।अपने मेनिफेस्टों में किए गए वादों के साथ केजरीवाल ने सदन के सामने 14 मुद्दे रखे। अपना भाषण खत्म करते हुए वोटिंग से पहले उन्होंने सदन के सामने 3 तीन सवाल रखे और सदन में मौजूद लोगों से कहा कि अब कौन आम आदमी के साथ है ये साबित हो जाएगा।