बिहार: मॉनसून की दस्तक से पहले बाढ़ प्रभावित इलाके के लोगों में दहशत का माहौल
शशांक शुभंकर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने ग्रामीणों को बाढ़ से पहले सारी व्यावस्था को दुरुस्त करने का आश्वासन दिया।
नालंदा, 23 मई 2022। बिहार में मॉनसून की दस्तक से पहले बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों में दहशत का माहौल देखा जा रहा है। इसी क्रम में तटबंधों की मरम्मत को लेकर ग्रामीणों में काफ़ी नाराज़गी देखी जा रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि है तटबंधी के नाम पर सिर्फ़ खानापूर्ती की जा रही है। अगर ठोस क़दम नहीं उठाए जाएंगे तो बाढ़ के दौरान हम लोगों का जानमाला प्रभावित होगा। वहीं नालंदा जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायज़ा लिया और संबंधित अधिकारियों को विभागीय निर्देश भी दिया।
ग्रामीणों
में
मरम्मती
कार्य
को
लेकर
नारज़गी
शशांक
शुभंकर
के
बाढ़
प्रभावित
इलाकों
का
जायजा
लेने
ग्रामीणों
को
बाढ़
से
पहले
सारी
व्यावस्था
को
दुरुस्त
करने
का
आश्वासन
दिया।
ग्रामीणों
की
मानें
तो
तटबंध
की
मरम्मती
महज
विभागीय
खाना
पूर्ति
है।
इससे
बचाव
के
लिए
ज़िला
प्रशासन
और
सरकार
कोई
ठोस
क़दम
उठाए
नहीं
तो
ऐसे
ही
यह
इलाक़ा
बाढ़
से
प्रभावित
रहेगा
और
बरसात
आने
पर
हम
लोगों
का
जानमाल
प्रभावित
होगा।
डीएम
शशांक
शुभंकर
ने
बाढ़
क्षेत्र
रहुई
के
दर्जनों
गांव
का
घूम
घूमकर
जायज़ा
लिया
और
लोगों
को
भरोसा
दिलाया
कि
बाढ़
से
पहले
सारी
व्यवस्थाएं
उपलब्ध
हो
जाएंगी।
आपको
बता
दें
कि
ज़िले
में
बाढ़
से
ज़्यादा
प्रभावित
इलाकों
में
कतरीसराय,
रहुई,
करायपरसुराय,
हिलसा
क्षेत्र
शामिल
है।
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