महाराष्ट्र में भी पहुंचा जीका वायरस, पुणे की 50 वर्षीय महिला में हुई पुष्टि
महाराष्ट्र में जीका वायरस का पहला मामला सामने आया है। पुणे जिले की पुरंदर तहसील की रहने वाली 50 वर्षीय महिला में जीका वायरस की पुष्टि हुई है।
मुंबई, 31 जुलाई। महाराष्ट्र में जीका वायरस का पहला मामला सामने आया है। पुणे जिले की पुरंदर तहसील की रहने वाली 50 वर्षीय महिला में जीका वायरस की पुष्टि हुई है।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने इस बात की जानकारी दी। हालांकि विभाग का कहना है कि महिला को इसकी वजह से ज्यादा परेशानी नहीं हो रही है। भारत में अभी तक केवल केरल में जीका वायरस के मामले सामने आ रहे थे। केरल में अभी तक जीका वायरस के 61 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। पिछले महीने एक 24 वर्षीय गर्भवती महिला में मच्छर से होने वाले इस संक्रमण की पुष्टि हुई थी, जो राज्य में जीका वायरस का पहला मामला था। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के अनुसार राज्य में 2 और व्यक्तियों में जीका वायरस की पुष्टि हुई है। इसके साथ राज्य में जीका के कुल मामलों की संख्या 63 हो गई है। वर्तमान में केरल में जीका वायरस के 3 मामले सक्रिय हैं।
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जीका
वायरस
के
लक्षण
बता
दें
कि
जीका
वायरस
के
लक्षण
एकदम
डेंगू
के
समान
होते
हैं।
इसमें
मरीज
को
बुखार
भी
आता
है,
शरीर
पर
चकत्ते
पड़
जाते
हैं
और
घुटनों
में
दर्द
होता
है।
एडीज इजिप्टी के काटने से फैलता है वायरस
जीका वायरस ज्यादातर संक्रमित एडीज प्रजाति के मच्छर, मुख्य रूप से एडीज इजिप्टी के काटने से फैलता है। यह संक्रमण ज्यादातर उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है। एडीज मच्छर ज्यादार दिन के समय या शाम के समय में काटता है। डेंगू, चिकुनगुनिया, पीला ज्वर आदि बीमारियों का कारक यही मच्छर है। जीका के लक्षण डेंगू के समान हैं जिनमें बुखार, त्वचा पर चकत्ते और जोड़ों का दर्द शामिल हैं। लेकिन अधिकांश मामलों में, कोई लक्षण नहीं होते हैं। जीका वायरस के कारण रोगी को लकवा मार सकता है। इससे गर्भवती महिलाओं में जन्म संबंधी असामान्यताएं पैदा हो सकती हैं।