शिरडी के 'लोकतंत्र' में साईं की धूम
शिरडी में आज हुए बंपर मतदान में उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद हो गई। यहां मुकाबला मौजूदा सांसद और शिवसेना से कांग्रेस में आए भाउसाहेब वाकचाउरे, शिवसेना के साशिव लोखंडे और 'आप' के नितिन उडामले के बीच है। श्िावसेना ने पहले नाशिक से विधायक बबन घोलप को दोषी पाए जाने के बाद पिछले महीने ही उम्मीदवार बदला गया है।
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शिवसेना के उम्मीदवार सदाशिव ने कहा कि चुनाव जीतने पर वह साईंबाबा की नगरी के लिए केंद्र से विशेष पैकेज मांगेंगे। उन्होंने कहा, शिरडी में साईंबाबा की समाधि को वर्ष 2018 में सौ साल पूरे होने जा रहे हैं। जिस तरह खालसा पंथ की स्थापना के 300 साल पूरे होने पर नांदेड़ को केंद्र से विशेष फंड मिला था, हम शिरडी के लिए उसी तरह के फंड की मांग करेंगे।
आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार उडज्ञमले शिरडी में भक्तों के लिए बेहतर बनियादी सुविधाएं मुहैया कराने का वादा कर रहे थे। उन्होंने कहा, शिरडी में हर सप्ताह पांच से छह लाख भक्त दुनियाभर से आते हैं, लेकिन मूलभूत सुविधाओं की कमी है। शहर में साईंसंस्थान के 2000 कमरों के भक्त निवास के अलावा करीब 500 होटल हैं, जिनमें से आधे पिछले साल पानी के संकट की वजह से बंद पड़े थे।
कुछ इसी तरह के वादों-इरादों के बीच साईंनगरी में राजनीति का उत्सव चल रहा है। हालांकि नेताओं का भविष्य ईवीएम में कैद हो चुका है।