कांग्रेस-एनसीपी में तलाक, 15 साल बाद टूटा गठबंधन
मुबंई। महाराष्ट्र में एक के बाद एक कर पार्टियों में दरार पड़ती जा रही है। पहले भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच की 25 सालों की दोस्ती टूट गई तो वहीं दूसरी एनसीपी ने भी राज्य में कांग्रेस के साथ गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया है। दोनों ही अहम घटनाएं एक के बाद एक हुई। 15 सालों से चलती आ रही एनसीपी और कांग्रेस की दोस्ती भी खत्म हो गई। सीटों को लेकर जारी खींचतान के बाद खत्म हुई इस गठबंधन के बाद एनसीपी ने साफ ने कहा है कि वह राज्य के अगले विधानसभा चुनाव अपने बलबूते लड़ेगी।
एनसीपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने कांग्रेस के साथ गठबंधन तोड़ने का ऐलान करते हुए कहा कि एनसीपी अपने बल बूते पर चुनाव लड़ेगी और अच्छा प्रदर्शन करेगा। वहीं एनसीपी नेता अजित पवार ने कहा है कि वह राज्यपाल से मिलने वाले हैं और उन्हें सरकार से अलग होने की सूचना देंगे।
एनसीपी ने कहा कि उनकी पार्टी ने कांग्रेस नेतृत्व से बार-बार अनुरोध किया कि विधानसभा के लिए अधिक सीटें देने पर जल्दी फैसला लिया जाए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने हमें 124 सीटों का प्रस्ताव दिया था, लेकिन हमने बार-बार कहा कि हमें सीटें आधी-आधी ही चाहिए।