MLA ऐदल सिंह कंसाना के माफियाओं को निर्देश-ट्रकों की बजाय ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से डालना रेत, Video Viral
Morena news, मुरैना। मध्यप्रदेश के मुरैना में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में कांग्रेस विधायक रेत माफियाओं को खुद रेत निकालने के निर्देश देते हुए नजर आ रहे हैं। विधायक कह रहे हैं कि तुम लोग शहर में ट्रकों से रेत मत डालना, ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से डालना। जबकी सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट ने चंबल रेत के अवैध उत्खनन करने पर रोक लगा रखी है। वीडियो के वायरल होते ही कांग्रेस मे हड़कंप मच गया है।
दरअसल, लगातार रेत के अवैध उत्खनन के चलते सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट ने चंबल से रेत अवैध उत्खनन पर रोक लगा रखी है। बावजूद इसके तेजी से अवैध उत्खनन हो रहा है। इसके के चलते अब तक कई पुलिस वालों की जान तक जा चुकी है, लेकिन अब तक इन पर रोक नहीं लग पाई है। इस बीच मुरैना की सुमावली विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक ऐदल सिंह कंसाना के इस वीडियो ने बवाल मचा दिया है। वीडियो में कांग्रेस विधायक रेत माफियाओं की आयोजित पंचायत में उन्हें डम्पर से रेत ना निकालकर ट्रैक्टरों से रेत परिवहन करने के निर्देश दे रहे हैं।
विदित हो कि बीते साल विपक्ष में रहकर कांग्रेस ने अवैध उत्खनन को लेकर शिवराज सरकार को जमकर घेरा था। सड़क से लेकर सदन तक हल्ला मचा था। पूर्व सीएम शिवराज और उनके परिवार पर अवैध उत्खनन तक करवाने के आरोप लगे थे। लेकिन सत्ता में कांग्रेस की सरकार है और अब कांग्रेस विधायक ही रेत माफियाओं को कोर्ट के आदेश को ताक पर रख सीधा निर्देश दे रहे हैं। वहीं भाजपा ने इसको लेकर अब हमले करना शुरू कर दिया है। कानून व्यवस्था के बाद अब विपक्ष के पास अवैध उत्खनन को लेकर सरकार को घेरना का मौका मिल गया है, जिसे बीजेपी बखूबी तरीके से जनता के बीच भुनाएंगी ।
MLA aidal singh kansana ने दी वायरल वीडियो पर सफाई
वीडियो के वायरल होने के बाद ने कहा है कि विधानसभा क्षेत्र में चंबल रेत का अवैध उत्खनन नहीं हो रहा है। गांव के लोग पेट पालने के लिए खेतों में एकत्रित रेत ला रहे हैं। मुझे क्षेत्र की जनता ने विधायक चुना है। लोग मेरे यहां समस्याएं लेकर आते हैं। इसलिए ऐसी पंचायतें होती रहती हैं, जो लोग वीडियो वायरल कर मुझ पर उंगली उठा रहे हैं। मैं उनसे दबने वाला नहीं हूं। रेत का अवैध उत्खनन को नियंत्रित करने के लिए मेरी सीएम से चर्चा हुई है। हम जल्द ही पंचायतों के माध्यम से जनहित में चंबल, क्वारी, आसन नदी पर रेत खदानों को चालू कराएंगे।
पूर्व विधायक गजराज सिंह ने दिया यह तर्क
चंबल नदी में घड़ियाल पाले जाने के कारण नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड की पहल पर सुप्रीम कोर्ट ने चंबल अभ्यारण्य क्षेत्र के 435 किमी लंबाई में रेत का उत्खनन किए जाने पर प्रतिबंध लगा रखा है। इसके चलते माइनिंग कारपोरेशन ने 15 साल पहले चंबल की रेत खदान से ठेके को भी समाप्त कर दिया था। इससे माइनिंग कारपाेरेशन को 12 करोड़ रुपए के सालाना राजस्व की हानि भी हुई।