अस्पताल में बेड से लेकर ऑक्सीजन सिलेंडर तक, कोरोनाकाल में यूं जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं तीन दोस्त
मेरठ, मई 21: कोरोना महामारी के बीच स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर हो रही परेशानियों को देखते हुए तीन स्कूली छात्रों ने मरीजों की मदद के लिए नई पहल की है। छात्रों ने एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया है, जो ऐसे लोगों की मदद कर रहा है जो परेशान हैं। ऐसे लोग जिन्हें हॉस्पिटल नहीं मिल पा रहा है, ऑक्सीजन सिलेंडर को लेकर परेशान हैं या जरूरी दवाओं और इंजेक्शन नहीं मिल रहा है, ऐसे लोगों की मदद के लिए ये ग्रुप बनाया गया है।
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'स्टूडोमैट्रिक्स कोविड-19 सहायता केंद्र'
अंश गर्ग, अवनी सिंह और ऋष्य गुप्ता ने स्टूडोमैट्रिक्स कोविड-19 सहायता केंद्र के नाम से व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर अभियान शुरू किया है। इस सहायता केंद्र से पूरे भारत के लोगों को इससे जोड़ा गया है। तीनों छात्र दोस्त हैं। ऋष्य गुप्ता और अवनी सिंह दोनों मेरठ के रहने वाले हैं और अनुज गर्ग सहारनपुर के रहने वाले हैं। तीनों छात्र इसी साल 11वीं पास करके 12वीं में पहुंचे हैं। तीनों दोस्त व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर ऐसे लोगों की मदद कर रहे हैं, जो कोरोनाकाल मे इलाज के लिए या किसी भी समस्या से परेशान हैं।
ग्रुप में जुड़े 250 से ज्यादा छात्र, ऐसे करते हैं मदद
अवनी सिंह ने बताया कि उन्होंने दो ग्रुप बनाए हुए हैं, एक ग्रुप मेंबर्स का है और एक ग्रुप वॉलिंटियर्स का है। ग्रुप में 250 से भी अधिक छात्र हैं, जो कि अलग-अलग शहर के हैं। किसी भी शहर में किसी को भी कोई भी सहायता चाहिए होती है, वह इस ग्रुप में मैसेज डालते हैं और जो भी छात्र उस शहर का होता है वह वहां की जानकारी जुटाकर मदद मांगने वाले की सहायता करता है।
युवाओं को कर रहे प्रोत्साहित
अंश गर्ग ने बताया कि वह सेवा परमो धर्म के संकल्प को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने युवाओ को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें सोशल वर्कर सर्टिफिकेट देने का निर्णय लिया है, जिससे और युवा लोगों की सहायता करने के लिए प्रोत्साहित होंगे। वह इस जनसेवा से उन्हें भी लाभ होगा। ऋष्य गुप्ता ने कहा, 'शुरुआत में हमने व्यक्तिगत रूप से इस ग्रुप का प्रसार किया। बाद में जिन लोगों ने मदद की वह भी साथ जुड़ गए।' अवनी सिंह ने कहा, 'हम अपने घरों से बाहर नहीं निकल सकते, लेकिन तकनीक का फायदा उठा सकते हैं। हमने अलग-अलग शहरों के लोगों को जोड़ा। उनकी मदद से हमने सत्यापित जानकारी प्रसारित की।
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