जेल से निकलते ही केंद्र पर संजय राउत का हमला, कहा- मैंने 100 दिन अंदर बिताए, मेरा अपराध क्या था?
शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) को बुधवार को मनी लॉन्ड्रिंग केस में जमानत मिल गई। इसके बाद शाम को वो आर्थर रोड जेल से रिहा हुए। इस दौरान बड़ी संख्या में शिवसैनिक राउत के स्वागत के लिए वहां पर मौजूद थे। जेल से बाहर आते ही उन्होंने पार्टी का झंडा लहराकर कार्यकर्ताओं का अभिवादन किया। साथ ही मीडिया से बात करते हुए बीजेपी और मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला।
संजय राउत ने कहा कि हमने केस लड़ा और कोर्ट का ऑब्जर्वेशन आया। हमने कुछ गलत नहीं किया। मुझे किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। मैंने 100 दिन जेल में बिताए हैं, मेरा अपराध क्या था? लोकतंत्र में तो मतभेद हो सकता है। उन्होंने कहा कि कोर्ट की टिप्पणियां आपके सामने हैं। मैंने अपने जीवन में कभी कुछ गलत नहीं किया। मैं इसे कभी नहीं भूलूंगा। मेरे पास किसी के खिलाफ कुछ भी नहीं है। कानून ने मुझे न्याय दिया है। मैं उनका आभारी हूं।
हाईकोर्ट
से
भी
मिली
राहत
वहीं
राउत
की
रिहाई
को
लेकर
ईडी
ने
बॉम्बे
हाईकोर्ट
का
दरवाजा
खटखटाया,
लेकिन
कोर्ट
ने
जमानत
पर
रोक
लगाने
से
इनकार
कर
दिया।
मामले
में
जस्टिस
भारती
डांगरे
ने
कहा
कि
मैंने
आदेश
को
देखा
तक
नहीं
है।
मुझे
नहीं
पता
कि
किस
आधार
पर
जमानत
दी
गई
है।
मुझे
नहीं
पता
कि
आपने
(ईडी)
किस
आधार
पर
आदेश
को
चुनौती
दी।
ऐसे
में
इस
मामले
को
गुरुवार
को
सुना
जाएगा।
जेल से बाहर आए संजय राउत, तबीयत खराब होने की वजह से अस्पताल में होंगे भर्ती
जज
से
राउत
ने
कही
ये
बात
वहीं
जब
न्यायाधीश
एमजी
देशपांडे
ने
संजय
राउत
को
जमानत
दी,
तो
उन्होंने
हाथ
जोड़कर
कहा
कि
मैं
आपका
आभारी
हूं।
जिस
पर
न्यायाधीश
देशपांडे
ने
कहा
कि
आभारी
होने
जैसा
कुछ
भी
नहीं
है।
हम
योग्यता
के
आधार
पर
सब
कुछ
तय
करते
हैं।
जब
कोई
योग्यता
नहीं
होती,
तो
हम
अपना
निर्णय
नहीं
देते
हैं।