शिवसेना सांसद राहुल शेवाले का दावा, भाजपा के साथ गठबंधन चाहते थे उद्धव ठाकरे, पीएम मोदी से चर्चा भी की थी
मुंबई, 20 जुलाई। एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे के बीच दो फाड़ होने के बाद शिवसेना के लोकसभा सांसद सांसद राहुल शेवाले ने बड़ा दावा किया है कि उद्धव ठाकरे खुद भारतीय जनता पार्टी के साथ समझौता करने के लिए तैयार थे। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जब महाविकास अघाड़ी की सरकार का गठन हुआ तो ठीक उसके बाद उद्धव ठाकरे भाजपा के साथ मनमुटाव को खत्म करना चाहते थे। मीडिया से बात करते हुए मंगलवार को शिवसेना सांसद ने कहा कि शिवसेना के कुछ नेताओं के अड़ियल रुख की वजह से भाजपा और ठाकरे के बीच का मनमुटाव खत्म नहीं हो सका।
भाजपा के 12 विधायकों के सस्पेंड होने से बात बिगड़ी
राहुल ने कहा कि शिवसेना के सांसदों के साथ बातचीत के दौरान उद्धव ठाकरे ने हमे बताया था कि वह भाजपा के साथ गठबंधन को लेकर इच्छुक हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ गठबंधन को लेक रबात भी की थी, जब 2021 में उन्होंने पीएम से बात की थी। यह बैठक पिछले साल जून माह में हुई थी, जबकि विधानसभा का सत्र चल रहा था। सत्र के दौरान भाजपा के 12 विधायकों को सस्पेंड कर दिया गया था। जिसपर भाजपा के वरिष्ठ नेता नाराज थे। उनका कहना था कि एक तरफ जहां हम गठबंधन की बात कर रहे हैं तो दूसरी तरफ आपने हमारे विधायकों को सस्पेंड कर दिया।
क्या कहा था उद्धव ठाकरे ने
बता दें कि पिछले साल 5 जुलाई को भाजपा के 12 विधायको को सदन से एक साल के लिए सस्पेंड कर दिया गया था, उनपर आरोप था कि उन्होंने स्पीकर भास्कर जाधव के साथ बदसलूकी की है। राहुल ने कहा कि इस घटना के बाद भाजपा नेता भी काफी नाराज थे, जिसकी वजह से ठाकरे के साथ बातचीत का कोई हल नहीं निकल सका। कई बार उद्धव ठाकरे ने भाजपा के नेताओं के साथ गठबंधन पर चर्चा की। लेकिन भाजपा की ओर से शिवसेना को सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली। जिसकी वजह से भाजपा नेता खुश नहीं थे, उद्धव ठाकरे ने खुद ये चीजें बताई थीं। उन्होंने कहा था कि मैंने अपनी पूरी कोशिश की, आप भी कोशिश कर लीजिए।
संजय राउत ने बात और बिगाड़ी
राहुल शेवाले ने बताया कि हम सांसदों ने उद्धव ठाकरे के साथ 4 से 5 बैठक की थी और उनसे भाजपा के साथ गठबंधन को लेकर कहते रहे थे। लेकिन हर बार ठाकरे हमसे कहते थे वह कोशिश के लिए तैयार हैं, लेकिन भाजपा की ओर से प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है। शेवाले ने संजय राउत पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा और शिवेसना के बीच रिश्ते खराब होने की वजह राउत ही हैं। एक तरफ जहां गठबंधन की कोशिश चल रही थी तो दूसरी तरफ राउत महाविकास अघाड़ी के साथ बैठक करते थे और यूपीए के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर नेताओं से चर्चा करते थे। हालांकि राउत ने शेवाले के बयान को गलत बताया है और उद्धव ठाकरे हर चीज हमसे साझा करते हैं, मुझे नहीं पता ये बातें कहां से आई।