पिता की स्मृति में बेटे कराएंगे गरीबों को निःशुल्क तीर्थयात्रा, पहला जत्था अयोध्या जाएगा
Tirth Dashan Yojna: अपने दिवंगत पिता की याद में सागर के समाजसेवी व राजनीतिक परिवार ने सागरवासियों को तीर्थ दर्शन कराने की अभिनव पहल की है। मप्र में मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना से प्रेरणा लेकर परिवार अपने खर्चे पर लोगों को तीर्थदर्शन कराएगा। आगामी 3 से 6 दिसंबर में 36 लोगों का पहला जत्था श्री रामलला के दर्शन करने अयोध्या जाएग। उसके बाद जगन्नाथ पुरी और तिरुपति बालाजी सरकार के दर्शन कराए जाएंगे।
Madhya Pradesh सागर में समाजसेवी स्व. रामशंकर केशरवानी की याद में उनकी पत्नी श्रीमती सरोजनीदेवी केशरवानी व बेटे अभिनय पहल करने जा रहे हैं। व्यावसायी संजीव केशरवानी, नगर निगम में एमआईसी सदस्य शैलेष केशरवानी व कांग्रेस नेता अखिलेश मोनी केशरवानी पिता की स्मृति को चिर स्थाई बनाए रखने व पुण्यलाभ के लिए अपने खर्चे पर लोगों को तीर्थदर्शन कराएंगें। इसके लिए बाकायदा उन्होंने पंजीयन कराने की व्यवस्था की है। शैलेष केशरवानी ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तीर्थदर्शन योजना से हमें प्रेरणा मिली है। सागर में दो या तीन दफा हम अलग-अलग जगहों की यात्रा कराएंगे। पहले जत्थे में 36 लोगों को शामिल किया गया है। इनके टिकट की व्यवस्था हम करेंगे।
आधार
कार्ड
लेकर
पंजीयन,
उम्र
का
बंधन
नहीं
समाजसेवी
परिवार
द्वारा
कराई
जा
रही
तीर्थाटन
योजना
को
लेकर
समाजसेवी
परिवार
के
संजीव
केशरवानी
ने
बताया
कि
हमने
पंजीयन
के
लिए
अलग
से
पूरी
व्यवस्था
की
है।
आधार
के
माध्यम
से
हम
पंजीयन
करेंगे।
इसमें
तिलकगंज
वार्ड
सहित
शहर
के
लोगों
को
शामिल
किया
जाएगा।
सबसे
महत्वपूर्ण
इसमें
उम्र
का
बंधन
नहीं
रखा
है।
लोग
अपने
माता-पिता
के
साथ
लेकर
भी
जा
सकते
हैं।
यात्रा
के
लिए
चार
से
पांच
लोगों
की
टीम
भी
यात्रियों
के
साथ
भेजेंगे
जो
यात्रियों
के
साथ
रहेगी
और
उनकी
स्टेशन
से
लेकर
ट्रेन
के
अंदर,
तीर्थ
स्थल
पर
खाने-पीने
व
आने-जाने
जैसी
व्यवस्थाएं
करेगी।
Sagar News: सबरीमाला मंदिर की तर्ज पर श्री अय्यप्पा स्वामी मंदिर सागर में मकर विलक्कू पर्व शुरु
साल
में
7
से
8
यात्राएं
कराएंगे
अखिलेश
केशरवानी
मोनी
केशरवानी
ने
बताया
कि
जो
गरीब
लोग
आर्थिक
तंगी
के
कारण
तीर्थ
पर
नहीं
जा
पाते
हैं,
हमारा
प्रयास
है
कि
सबसे
पहले
उन
लोगों
को
तीर्थ
दर्शन
कराए
जाएं।
हमारे
दिवंगत
पिता
की
याद
में
गरीब
लोगों
को
देश
के
प्रसिद्ध
तीर्थ
दर्शन
कराना
पुण्य
का
काम
है।
हमने
साल
में
6
से
7
यात्राएं
कराने
की
योजना
बनाई
है।
अधिक
से
अधिक
लोगों
को
तीर्थ
कराएंगे।
3
से
6
दिसंबर
तक
अयोध्या
यात्रा
के
लिए
टिकट
के
साथ
भोजन
और
आवास
की
व्यवस्था
की
गई
है।