मध्य प्रदेश में मिले 'डेल्टा प्लस' वेरिएंट के 7 मामले, दो मरीजों की मौत
जिन दो मरीजों की मौत कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट की वजह से हुई है, उन्होंने वैक्सीन की कोई डोज नहीं ली थी।
भोपाल, 25 जून: कोरोना वायरस की दूसरी लहर की रफ्तार सुस्त पड़ने के साथ ही अब देश में डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामलों को लेकर चिंताएं बढ़ने लगी हैं। अभी तक महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और केरल में डेल्टा प्लस वेरिएंट के 40 से भी ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। मध्य प्रदेश में इस नए वेरिएंट के सात मामलों की पुष्टि हुई है, जिनमें से दो मरीजों की जान भी जा चुकी है। डॉक्टरों का कहना है कि जिन मरीजों की मौत कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट की वजह से हुई है, उन्होंने वैक्सीन की कोई डोज नहीं ली थी।
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वहीं, डेल्टा प्लस के इन मामलों में से तीन मरीज ऐसे हैं, जो पहले ही कोरोना वायरस वैक्सीन की पहली या दोनों डोज ले चुके थे और जिनकी हालत में अब सुधार है। डॉक्टरों के मुताबिक बाकी दो मरीज, जिन्होंने वैक्सीन की कोई डोज नहीं ली थी, वो भी इस वेरिएंट को मात देने में सफल रहे हैं। इनमें से एक 22 वर्षीय महिला है और दूसरा दो साल का बच्चा। सात मरीजों में से तीन भोपाल से, दो उज्जैन से और एक-एक मरीज रायसेन और अशोक नगर जिले से है। इन सभी मरीजों में पिछले महीने कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी। लेकिन, जून में आई रिपोर्ट में पता चला कि ये सभी डेल्टा प्लस वेरिएंट से संक्रमित हैं।
जम्मू
कश्मीर
में
डेल्टा
प्लस
का
एक
केस
मिलने
की
खबर
आपको
बात
दें
कि
डेल्टा
वेरिएंट
की
वजह
से
आई
कोरोना
वायरस
की
दूसरी
लहर
के
बाद
विशेषज्ञों
का
मानना
है
कि
देश
में
अब
डेल्टा
प्लस
वेरिएंट
के
कारण
तीसरी
लहर
आ
सकती
है।
मध्य
प्रदेश,
महाराष्ट्र
और
केरल
के
बाद
जम्मू
कश्मीर
में
भी
डेल्टा
प्लस
वेरिएंट
का
एक
मामला
मिलने
की
खबर
है।
डेल्टा
प्लस
वेरिएंट
कितना
खतरनाक
और
कितना
संक्रामक
है,
इसे
लेकर
अभी
कोई
विशेष
जानकारी
नहीं
है।
केंद्रीय
स्वास्थ्य
मंत्रालय
ने
हाल
ही
में
बताया
कि
इस
नए
वेरिएंट
को
लेकर
फिलहाल
जांच
की
जा
रही
है।
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