₹ 2 हजार करोड़ के घोटाले के आरोपी पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु पंजाब में गिरफ्तार- VIDEO
लुधियाना। पंजाब के पूर्व खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशू अब गिरफ्तार कर लिए गए हैं। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने उन्हें कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू के घर से गिरफ्तार किया। इस बारे में लुधियाना (विजिलेंस) के एसएसपी रविंदर पाल सिंह संधू ने जानकारी दी। उन्होंने कहा कि, भारत भूषण आशू पर कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए टैंडर घोटाले में लिप्त होने के आरोप थे। शिकायतें मिलने पर उनके खिलाफ पंजाब विजीलेंस ब्यूरो सबूत जुटा रही थी।
कांग्रेस के पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु गिरफ्तार
बता दें कि, भारत भूषण आशू से जुड़े ठिकाने पर कुछ दिनों पहले ही पंजाब विजिलेंस ब्यूरो के अधिकारियों ने जालंधर में जांच की थी। आशू पर आरोप हैं कि, वह 2 हजार करोड़ रुपए के टैंडर घोटाले से जुड़े हैं। बताया जा रहा है कि, कुछ समय पहले विजीलेंस ब्यूरो की टीम जालंधर के आर.टी.ए. दफ्तर पहुंची थी, जहां खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के सामान की ढुलाई व सप्लाई को लेकर दर्ज वाहनों के पंजीकरण की पड़ताल की। इसके अलावा टीम ने लुधियाना में भी मामला दर्ज किया। आज 2 हजार करोड़ रुपए के टैंडर घोटाले के आरोपी की गिरफ्तारी लुधियाना से ही हुई है।
बुधवार को पी.ए. के घर पर छापेमारी हुई थी
पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने इससे पहले बुधवार को आशू के पी.ए. मीनू मल्होत्रा के घर पर छापेमारी की थी, लेकिन वह फरार हो गया था। उसकी भी तलाश की जा रही है। सूत्रों ने बताया कि, मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से विजीलेंस ब्यूरो को भेजी गई फाइल में उन सभी वाहनों के पंजीकरण नंबर हैं, जिनके द्वारा खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अनाज की ढुलाई एवं सप्लाई की जाती थी। हालांकि, इनमें से कई नंबर दोपहिया वाहनों के हैं, जबकि ठेकेदारों ने कई टन अनाज इन्हीं पर ढोया दिखाया था। अब यह सब जांच के दायरे में आ गया है।
विजीलैंस ब्यूरो ने कई मामले दर्ज किए
विजीलेंस ब्यूरो ने नवांशहर के कांट्रैक्टर तेलू राम की गिरफ्तारी के बाद कांट्रैक्टर संदीप भाटिया, जगरूप, पूर्व मंत्री के नजदीकी मीनू पंकज मल्होत्रा को भी नामजद किया था। साथ ही फूड एंड सप्लाई विभाग के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर रमेश कुमार के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू की गई। बताया जा रहा है कि वह भी इस टैंडर घोटाले में संलिप्त था। वहीं, मीनू पंकज मल्होत्रा पर रमेश कुमार के साथ मिलीभगत कर टैंडर घोटाले को अंजाम देने के आरोप हैं। मौजूदा सरकार इन सब आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कराने के लिए मामले की तह तक जाना चाहती है।