श्मशान घाट की छत गिरने का CM योगी आदित्यनाथ ने लिया संज्ञान, दो-दो लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा
UP CM Yogi Adityanath, लखनऊ। गाजियाबाद (Ghaziabad) के मुरादनगर (Muradnagar) थाना क्षेत्र में श्मशान घाट की छत गिरने की घटना का प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने संज्ञान लिया है। साथ ही जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य संचालित करने के निर्देश दिए हैं। तो वहीं, मृतकों के आश्रितों को 02-02 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान करने के साथ ही मंडलायुक्त मेरठ एवं आईजी रेंज मेरठ को भी मौके पहुंचकर घटना के संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए हैं।

सीएम ने हादसे की मांगी पूरी रिपोर्ट
सीएम योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद जिले के जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय निर्देशित करते हुए कहा कि राहत कार्य में घायलों को तत्कार इलाज कराने के साथ ही। इस पूरी घटना की एक रिपोर्ट तत्काल शासन को उपलब्ध करवा दे। ताकि, इस दुखद घटना के पीछे के कारणों को जाना जा सके। साथ ही इसमें जिम्मेदारों का जवाबदेही भी सुनिश्चित की जा सके। सीएम ने कहा कि घटना अतिदुखद है। कहा कि मेरी शोकसंतप्त परिजनों के प्रति पूरी संवेदना है। कहा कि राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। हर संभव सहायता की जाएंगी।
मुरादनगर की घटना के संदर्भ में #UPCM श्री @myogiadityanath जी... https://t.co/TBWk5CHjEU
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) January 3, 2021
अबतक हुई 19 लोगों की मौत, बढ़ सकती है संख्या
गाजियाबाद जिले के मुरादनगर थाना क्षेत्र के उखरानी/बम्बा रोड पर स्थित श्मशान घाट का लेंटर रविवार (03 जनवरी, 2021) को गिर गया। इस हादसे में करीब डेढ़ दर्जन लोग लेंटर के नीचे दब गए। हादसे की सूचना पर जिला प्रशासन के अलावा एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच गई और राहत-बचाव कार्य में जुट गई है। बताया जा रहा है कि एमएमजी जिला अस्पताल में 15 शव पहुंच चुके है। तो वहीं, चार शव सीएचसी मुरादनगर पहुंचे गए है। अभी ऐसी आशंका जताई जा रही है कि मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। तो वहीं, एसएसपी गाजियाबाद ने बताया कि 25 से ज्यादा लोग को मलबे के नीचे से निकालकर इलाज के लिए सीएचसी, आईटीएस कॉलेज और एमएमजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अभी जारी है रेस्क्यू ऑपरेशन
बता दें, दयानंद कॉलोनी निवासी दयाराम की रात को बीमारी के चलते मौत हो गयी थी। उनके अंतिम संस्कार में 100 से ज्यादा मोहल्लेवासी व रिश्तेदार शामिल हुए थे। अंतिम संस्कार की अंतिम प्रक्रिया चल रही थी। तभी बारिश की वजह से ये लोग छत के नीचे खड़े हो गए थे तभी श्मशान घाट का लेंटर भरभराकर गिर गया। चीख पुकार के बीच कुछ लोग उसके अंदर ही मलबे में दब गए जबकि कुछ ने दौड़कर अपनी जान बचाई। वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई है। रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए क्रेन भी बुलाई है। पुलिस के मुताबिक, अभी भी दर्जन भर से ज्यादा लोगों के दबे होने की आशंका है। तो वहीं, बारिश के कारण बचाव अभियान में दिक्कत आ रही है। वहीं, डिविजनल कमिश्नर, मेरठ अनीता सी मेश्राम की मानें तो इस मामले में जांच शुरू कर दी है। दोषियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी।