Omicron के खतरे के बीच यूपी सरकार ने जारी किए नए दिशानिर्देश, जानें क्या हैं नए नियम
लखनऊ, 02 दिसंबर: कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे को देखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। योगी सरकार ने जांच को तेज करने के साथ मास्क को अनिवार्य करने के निर्देश दिए हैं। अब यूपी आने वाले सभी यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग होगी। कोविड पॉजिटिव यात्री को आइसोलेट किया जाएगा। हर जिले के रेलवे और बस स्टेशन में कोविड सैंपलिंग के लिए एक मेडिकल टीम होगी।
रेलवे, बस स्टेशनों पर कराई जाए यात्रियों की जांच
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बैठक में निर्देश दिए कि एयरपोर्ट के साथ-साथ रेलवे व बस स्टैंड पर भी अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों की जांच कराई जाए। बिना जांच के कोई भी यात्री दूसरे राज्यों से उत्तर प्रदेश में न आ सके। 24 देशों में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट का प्रभाव देखा गया है। प्रदेश सरकार ने इसके खतरे को देखते हुए उड़ानों को बंद कर दिया गया है। अब 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू किया जाएगा।
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ब्रिटेन और नीदरलैंड से आए चार भारतीय मिले पॉजिटिव
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बता दें, ब्रिटेन और नीदरलैंड की फ्लाइट से बुधवार सुबह दिल्ली पहुंचने वाले चार भारतीयों की कोरोना वायरस रिपोर्ट पॉजटिव आई है, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। संक्रमित मरीजों के सैंपल जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। सतर्कता बरतते हुए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बंद कर दिया गया है। हालांकि, 31 देशों के साथ एयर बबल व्यवस्था के तहत उड़ाने सक्रिय रहेंगी। सरकार के निर्देशों के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने भी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए नए दिशा निर्देश को लागू कर दिया है। यूपी के हवाई अड्डे पर आने वाले विदेशी यात्रियों की जांच कराई जा रही है। आंकड़ों की मानें तो 80 फीसदी यात्रियों ने रैपिड पीआर जांच कराई है, रैपिड पीआर के लिए 3900 हजार रुपए व आरटीपीसीआर के लिए 500 रुपए लिए जा रहे हैं
सीएम योगी ने कहा कि कोविड टीकाकरण को और तेज करने के लिए ठोस प्रयास की जरूरत है। घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया जाए। अब तक पहली डोज न पाने लेने वालों की अलग सूची तैयार कराएं, जिनका दूसरा डोज ओवरड्यू हो गया हो उनकी पृथक लिस्ट बनाई जाए। दिव्यांग, अक्षम, निराश्रित, वृद्ध जनों से संपर्क कर उनका टीकाकरण कराएं। सीएमओ स्तर से ग्राम प्रधानों, पार्षदों का सहयोग लिया जाए। प्रदेश भर में पब्लिक एड्रेस सिस्टम की मदद से जागरूक करने की कवायद को शुरु किया जाए। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग वैक्सीन का डोज प्राप्त कर सकें।