चमत्कार! डॉक्टरों के मृत घोषित करने के बाद रातभर मुर्दाघर के फ्रीजर में रहा शख्स, सुबह होते ही जिंदा हो उठा
सड़क दुर्घटना में घायल हुए 45 वर्षीय व्यक्ति को डॉक्टरों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। इसके बाद उसकी लाश को अस्पताल के मुर्दाघर के फ्रीजर में रख दिया गया, लेकिन अगले दिन वह जीवित हो उठा
लखनऊ, 21 नवंबर। सड़क दुर्घटना में घायल हुए 45 वर्षीय व्यक्ति को डॉक्टरों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। इसके बाद उसकी लाश को अस्पताल के मुर्दाघर के फ्रीजर में रख दिया गया, लेकिन मृतक के घर वाले उस वक्त हैरान रह गए जब उन्होंने अगले दिन पाया कि रातभर मुर्दाघर के फ्रीजर में रहने के बाद भी उसकी सांसें चल रही हैं। यह चमत्कारिक घटना उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की है।
एक्सीडेंट के बाद अस्पताल ले जाए गए श्रीकेश
यह हैरान कर देने वाली घटना उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की है। जहां श्रीकेश कुमार मोटरसाइकिल की टक्कर से घायल हो गए। श्रीकेश को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया, फिर शुक्रवार को उसे पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया। वहां आपातकालीन चिकित्सा अधिकारी ने उसकी जांच की। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक राजेंद्र कुमार ने रविवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें व्यक्ति में जीवन के कोई संकेत नहीं मिले और इसलिए उसे मृत घोषित कर दिया गया।
परिवार के पहुंचने तक उसे मुर्दाघर में रखा गया
डॉक्टर ने कहा कि इसके बाद पुलिस को इस बारे में सूचित किया गया और जब 6 घंटे के बाद भी उसके परिजन अस्पताल नहीं पहुंचे तो मृतक को अस्पताल के मुर्दाघर के फ्रीजर में रख दिया गया।
सुबह होते ही जिंदा हो उठा शख्स
जैसे ही पुलिस टीम और उसका परिवार शव परीक्षण के लिए कागजी कार्रवाई शुरू करने के लिए आया, तो वह जीवित हो गया। डॉक्टर ने बताया कि श्रीकुमार का अब इलाज चल रहा है, लेकिन वह अभी भी कोमा में है। उन्होंने कहा कि यह एक चमत्कार के सिवाय कुछ भी नहीं। हालांकि डॉक्टरों ने उसे जिंदा होने के बाद भी मृत कैसे घोषित कर दिया, इस बात की जांच चल रही है।